एक खेल की चाहत में दोनों दोस्त पहुंच गए सलाखों के पीछे, वजह जान पुलिस भी आ गई सकते में...

Published : Oct 14, 2019, 04:53 PM ISTUpdated : Oct 14, 2019, 04:55 PM IST
एक खेल की चाहत में दोनों दोस्त पहुंच गए सलाखों के पीछे, वजह जान पुलिस भी आ गई सकते में...

सार

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह पब्जी गेम खेलने का शौकीन थे। वह इसके चक्कर में कई बार सुनसान जगह चले जाते थे। उनको इसकी ऐसी लत लगी की वह सब भूल जाते थे। उनको इसकी वजह से नींद तक नहीं आती थी।

रांची. ऑनलाइन गेम पब्जी की लत ने कई बच्चों को नुकसान पहुंचाया है। यह गेम इतना खतरनाक है कि कई बच्चों की तो इसकी वजह से जान तक चली गई। ऐसा ही एक मामला रांची में सामने आया है जहां दो युवा लड़के इसकी चाहत में अपराधी बन गए। पुलिस ने उन दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो वह भी हैरान थे। वह पब्जी खेलने की शौक में वो झपटमार बन गए

भीड़ ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया
दोनों युवक पर आरोप है कि उन्होंने एक युवक से मोबाइल छीन लिया था। लेकिन मौके पर मौजूद भीड़ ने उनको पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपियों के नाम मोहम्मद बेलाल और मोहम्मद सैफ हैं। दोनों ही एक ही कॉलोनी के रहने वाले हैं। पुलिस उनसे अभी पूछताछ कर रही है, कहीं उन्होंने किसी और अपराध को अंजाम तो नहीं दिया।

गेम की वजह से नींद तक नहीं आती थी
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह पब्जी गेम खेलने का शौकीन थे। वह इसके चक्कर में कई बार सुनसान जगह चले जाते थे। उनको इसकी ऐसी लत लगी की वह सब भूल जाते थे। वह चाहते थे उनको गेम खेलने में कोई बीच में परेशान नहीं करे। क्योंकि उनको हर तरफ सिर्फ पब्जी ही दिखता था।

इस वजह से मोबाइल चुराने की बनाई प्लानिंग
सैफ ने बताया कि मैं एक दिन सुनसान जगह पर गेम को खेल रहा था। इसी दौरान वहां एक युवक आया और मेरा मोबाइल छीन कर भाग गया। इसके बाद मेरा किसी काम में मन नहीं लगा। मुझे नींद तक नहीं आती थी और मैं परेशान रहने लगा।
फिर हमने कई बार मोबाइल खरीदना चाहा लेकिन हमारे पास पैसे नहीं थे इसलिए हम नहीं खरीद सके। फिर हमने सोचा अगर हमारे पास मोबाइल नहीं होगा तो हम गेम कैसे खेल पाएंगे। बस इसी वजह से फोन को चुराने की योजना बनाई। 

PREV

झारखंड की सरकार, खनन-उद्योग, आदिवासी क्षेत्रों की खबरें, रोजगार-विकास परियोजनाएं और सुरक्षा अपडेट्स पढ़ें। रांची, जमशेदपुर, धनबाद और ग्रामीण इलाकों की ताज़ा जानकारी के लिए Jharkhand News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — विश्वसनीय स्थानीय रिपोर्टिंग सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

2013 के बाद पहली बार, झारखंड में बैलेट पेपर से होंगे निकाय चुनाव
Ranchi के 10 बेस्ट स्कूल, जहां से हर साल निकलते हैं टॉपर्स