करीमन मियां से मुस्लिम समुदाय इतना हुआ नाराज कि कोई जनाजे में भी नहीं हुआ शामिल, तब आगे आए हिंदू

झारखंड में हिंदू-मुस्लिम प्रेम की एक अनूठी कहानी सामने आई है। हालांकि इसकी शुरुआत एक शर्मसार घटना से हुई। जानिए पूरी कहानी...

गढ़वा, झारखंड. यहां के भवनाथपुर थाना क्षेत्र के मकरी गांव में हिंदू-मुस्लिम विवाद के बीच साम्प्रदायिक सौहार्द्र की अनूठी मिसाल सामने आई है। यहां रहने वाले एक बुजुर्ग मुसलमान से उसकी ही समाज के लोग नाराज थे। दरअसल, बुजुर्ग हिंदू रीति-रिवाजें से झाड़-फूंक करता था। बेशक झाड़-फूंक करना गलत है, लेकिन इस वजह से बुजुर्ग को उसकी मौत के बाद कब्रस्तान में जगह नहीं देना भी शर्मसार करता है।


करीमन मियां का शव 48 घंटे पड़ा रहा। कोई भी उन्हें दफनाने को तैयार नहीं था। मुस्लिम समुदाय ने सख्त हिदायत दे रखी थी कि वे करीमन को गांव या कब्रस्तान में जगह नहीं देंगे। तब कुछ हिंदू परिवार आगे आए। उन्होंने करीमन मियां को उनके ही घर के पास मुस्लिम रीति-रिवाजों से दफनाया।

Latest Videos

मुस्लिम समुदाय ने एक बैठक बुलाकर ऐलान कर दिया था कि कोई भी करीमन मियां के जनाजे में शामिल नहीं होगा। करीमन की कोई संतान नहीं है। उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। करीमन के कुछ रिश्तेदार हैं, जो जनाजे में शामिल हुए।

Share this article
click me!

Latest Videos

भारत की इस हाइपरसोनिक मिसाइल से कापेंगे चीन और पाकिस्तान, जानें क्या है इसमें खास
Ayodhya: रामलला बनेंगे दूल्हा, नेपाल में होगा विवाह
देश संविधान से चलना चाहिए और PM मोदी कहते हैं कि संविधान एक खोखली किताब है: राहुल गांधी
Astro Tips: धन लाभ के लिए घर में रोज कहां लगाएं 1 दीपक?
नाइजीरिया, ब्राजील, गुयाना की 5 दिन की यात्रा पर निकले PM मोदी