
Khoya Mawa Purity Check: भारतीय मिठाइयों की दुनिया में मावा और खोया दोनों ही अहम भूमिका निभाते हैं। ये दोनों दूध से बने उत्पाद हैं और अक्सर त्योहारों में, जैसे दिवाली, राखी या गणेश चतुर्थी पर मिठाइयों में इस्तेमाल होते हैं। हालांकि, बहुत लोग इन्हें एक ही चीज समझ लेते हैं, लेकिन मावा और खोया में बनावट, स्वाद सब कुछ अलग होता है। मावा अक्सर थोड़ा नरम और नम होता है, जबकि खोया कड़क और सूखा होता है। दिवाली आने वाली है और इस त्यौहार में खोया और मावा की खरीदारी तेजी से बढ़ेगी, व्यापारी इसा का लाभ लेते हुए खोया और मावा में मिलावट कर महंगे दाम में बेचेंगे। आज हम आपके साथ खोया और मावा में अंतर और इसके मिलावट को पहचानने के तरीके बताएंगे।
मावा दूध को धीमी आंच पर गाढ़ा करके तैयार किया जाता है। इसमें कुछ मात्रा में पानी रह जाती है जिससे यह थोड़ी नमी और नरमी बनाए रखता है। दूसरी ओर खोया दूध को लगातार उबालकर उसमें से पानी पूरी तरह निकाल दिया जाता है, जिससे यह सख्त और टिकाऊ बन जाता है। स्वाद में भी अंतर नजर आता है, मावा हल्का मीठा और मलाईदार लगता है जबकि खोया कड़क और ठोस होता है। मावा का रंग सफेद होता है और खोया का रंग भूरा होता है। वहीं मावा बनाने के लिए दूध पाउडर या कंडेंस्ड मिल्क का यूज होता है, लेकिन खोया सिर्फ दूध को अच्छे से पकाकर तैयार किया जाता है।
इसे भी पढ़ें- मिलावटी मावे को कहे टाटा बाय-बाय और घर पर 1 लीटर दूध से तैयार करें ढाई सौ ग्राम मावा
इसे भी पढ़ें- नहीं खानी मिठाई? घर में बनाएं मावा की 5 जायकेदार Recipes