मावा Vs खोया: त्योहारों में मिलावट से बचने के लिए इन 4 तरीकों से करें चैक

Published : Oct 14, 2025, 02:26 PM IST
how to identify adulteration in mawa and khoya

सार

How to Identify Adulteration in Mawa: त्यौहारों का सीजन आ गया है और ऐसे में खोया और मावा के बिना त्यौहारी  सीजन अधूरी है। दिवाली-दशहरा के समय खोया और मावा में बहुत मिलावट होता है, जिसे पहचानने के कुछ तरीके आज हम आपके साथ शेयर करेंगे।

Khoya Mawa Purity Check: भारतीय मिठाइयों की दुनिया में मावा और खोया दोनों ही अहम भूमिका निभाते हैं। ये दोनों दूध से बने उत्पाद हैं और अक्सर त्योहारों में, जैसे दिवाली, राखी या गणेश चतुर्थी पर मिठाइयों में इस्तेमाल होते हैं। हालांकि, बहुत लोग इन्हें एक ही चीज समझ लेते हैं, लेकिन मावा और खोया में बनावट, स्वाद सब कुछ अलग होता है। मावा अक्सर थोड़ा नरम और नम होता है, जबकि खोया कड़क और सूखा होता है। दिवाली आने वाली है और इस त्यौहार में खोया और मावा की खरीदारी तेजी से बढ़ेगी, व्यापारी इसा का लाभ लेते हुए खोया और मावा में मिलावट कर महंगे दाम में बेचेंगे। आज हम आपके साथ खोया और मावा में अंतर और इसके मिलावट को पहचानने के तरीके बताएंगे।

मावा और खोया का मूल अंतर-

मावा दूध को धीमी आंच पर गाढ़ा करके तैयार किया जाता है। इसमें कुछ मात्रा में पानी रह जाती है जिससे यह थोड़ी नमी और नरमी बनाए रखता है। दूसरी ओर खोया दूध को लगातार उबालकर उसमें से पानी पूरी तरह निकाल दिया जाता है, जिससे यह सख्त और टिकाऊ बन जाता है। स्वाद में भी अंतर नजर आता है, मावा हल्का मीठा और मलाईदार लगता है जबकि खोया कड़क और ठोस होता है। मावा का रंग सफेद होता है और खोया का रंग भूरा होता है। वहीं मावा बनाने के लिए दूध पाउडर या कंडेंस्ड मिल्क का यूज होता है, लेकिन खोया सिर्फ दूध को अच्छे से पकाकर तैयार किया जाता है।

इसे भी पढ़ें- मिलावटी मावे को कहे टाटा बाय-बाय और घर पर 1 लीटर दूध से तैयार करें ढाई सौ ग्राम मावा

त्योहारों में मावा और खोया की मिलावट पहचानने के तरीके-

  • त्योहारों में मिठाई बनाने के समय बाजार से खरीदे गए मावा या खोया की शुद्धता की जांच करना जरूरी है।
  • पहला तरीका यह है कि मावा को हाथ में दबाकर देखें। शुद्ध मावा नरम और एक समान होता है, जबकि मिलावटी मावा या खोया में अक्सर पानी या स्टार्च मिलाया होता है, जिससे यह अत्यधिक चिकना या बहुत कड़ा लग सकता है।
  • दूसरा तरीका है रंग और खुशबू से पहचानना। शुद्ध मावा हल्का सफेद या हल्का पीला होता है और इसमें दूध की ताजगी की खुशबू आती है। खोया अधिक गहरा या भूरा रंग का हो सकता है। मिलावट होने पर रंग या गंध अलग हो सकती है।
  • तीसरा तरीका है स्वाद और उबालकर जांचना। शुद्ध मावा या खोया को हल्का गर्म करने पर यह आसानी से गल जाता है और मलाईदार स्वाद देता है, जबकि मिलावटी उत्पाद में अजीब कड़वाहट या स्टार्च की गंध आ सकती है।
  • पानी में घोलकर देखें, आप चाहें तो मावा और खोया को पानी में घोलकर चेक कर सकते हैं। जब मावा पानी में घुलकर सफेद हो जाए तो यह शुद्ध है, वहीं अगर खोया या मावा अच्छे से न घुले और पानी में रंग बदले तो यह नकली या मिलावटी खोया और मावा है।

इसे भी पढ़ें- नहीं खानी मिठाई? घर में बनाएं मावा की 5 जायकेदार Recipes

PREV
Read more Articles on

Recommended Stories

Google Search 2025 में छायी रही बीटरूट कांजी, किए गए खूब तरह के एक्सपेरिमेंट
ये क्या खा रहे पाकिस्तानी? Google Search 2025 रिपोर्ट ने खोला राज