दुनिया में चाय प्रेमियों (tea lovers) की कोई कमी नहीं है। पानी के बाद चाय दूसरा सबसे ज़्यादा पिया जाने वाला पेय पदार्थ है। हमारे भारत में तो लोगों का दिन एक कप चाय से ही शुरू होता है। कई लोगों के लिए तो चाय के बिना दिन अधूरा सा लगता है। खाने से पहले हो या फिर खाने के बाद देश में लोग कभी भी चाय के लिए मना नहीं करते हैं।
27
पहली बार चाय किसने बनाई थी ?
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप जो चाय रोज़ पीते हैं, वो कब बनी थी? चाय के इतिहास (History of tea) बहुत दिलचस्प है। आपको जानकर हैरानी होगी कि चाय सबसे पहले गलती से बनी थी और इसे भारत नहीं बल्कि किसी और देश में बनाया गया था।
37
चीन के सम्राट ने की थी चाय की खोज
चाय का जन्म चीन में हुआ था। यानी चाय की पत्तियां (tea leaves) वहीं उगती थीं। 2732 ईसा पूर्व में चीन में पहली बार किसी ने चाय पी। जी हां, 2732 ईसा पूर्व में चीन के सम्राट शेन नुंग ने चाय की खोज की थी। हालांकि ये खोज एक गलती थी जिसने दुनिया को चाय से रुबरू कराया।
बताया जाता है सम्राट शेन नुंग के महल के पास चाय के बागान थे। वह चाय के पत्तियों का सेवन करते थे। एक दिन किचन में रखी हुईं चाय की पत्तियां गलती से उबलते पानी में गिर गईं। अचानक से पानी का रंग बदल गया। सम्राट शेन नुंग को उत्सुकता हुई। जब उन्होंने इसका स्वाद चखा तो वह दंग रह गए।
57
हर रोज पीने लगे चाय
चाय के स्वाद और ताज़गी भरे असर के कारण सम्राट शेन नुंग इसे हर रोज पीने लगे। सम्राट शेन नुंग ने इस पेय को "चा" नाम दिया। धीरे-धीरे उन्होंने अपने करीबियों को भी इससे मुखातिब कराया। एक वक्त आया जब ये चाय हर किसी की पसंदीदा बन गई। बाद में इसे चाय और टी के नाम से जाना गया।
67
चीन के बाद यूरोप में आयात हुई चाय
1610 में पुर्तगालियों (Portuguese) और डच लोगों ने पहली बार यूरोप में चाय का आयात किया। 17वीं सदी के मध्य तक, चाय केवल पत्तियों के रूप में ही उपलब्ध थी। जिसे पानी में उबाल कर चाय तैयार की जाती थी लेकिन अब यह कई तरह से उपलब्ध है।
77
भारत में होता है चाय का उत्पादन
जैसे-जैसे व्यापार बढ़ता गया, चाय की पत्तियों को सुरक्षित रखने का एक तरीका भी खोज लिया गया। भारत में चाय पुर्तगालियों ने ही शुरू की थे लेकिन अब तो चाय हमारे यहां ही पैदा हुई हो, ऐसा लगता है क्योंकि भारतीय खूब चाय पीते हैं।