
Rewari vs tilkut vs gajak: सर्दियां आते ही बाजारों में रेवड़ी, तिलकुट और गजक की खुशबू हर तरफ फैल जाती है। ये तीनों ही तिल और गुड़ से बनी पारंपरिक मिठाइयां हैं, जिन्हें ठंड के मौसम में खास तौर पर खाया जाता है। लेकिन सवाल ये है कि सर्दियों में हेल्थ के लिहाज से रेवड़ी, तिलकुट या गजक, तीनों में कौन सबसे ज्यादा फायदेमंद है? तो चलिए जानते हैं इन तीनों के पोषण, फायदे और सावधानियों को समझते हैं।
रेवड़ी आमतौर पर सफेद तिल, चीनी और मूंगफली से बनाई जाती है। यह शरीर को तुरंत एनर्जी देती है और ठंड में शरीर को गर्म रखने में मदद करती है। इसमें मौजूद तिल कैल्शियम और आयरन का अच्छा सोर्स होते हैं, जबकि गुड़ पाचन को बेहतर बनाता है। हालांकि रेवड़ी में चीनी की मात्रा अधिक होती है, इसलिए डायबिटीज या वजन बढ़ने की समस्या वाले लोगों को इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
तिलकुट खासकर बिहार और पूर्वी भारत में फेमस डिश है, जिसे सर्दियों में खाया जाता है। ये पिसे हुए तिल और गुड़ से बनता है, जिसमें चीनी का इस्तेमाल कम या न के बराबर होता है। तिलकुट सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। इसमें मौजूद हेल्दी फैट्स, आयरन और मैग्नीशियम हड्डियों और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होते हैं। जिन लोगों को पाचन संबंधी दिक्कत रहती है, उनके लिए तिलकुट अच्छा ऑप्शन माना जाता है।
इसे भी पढ़ें- बेकरी जैसा स्पंजी रम केक घर पर, न करें ये 6 बेकिंग मिस्टेक
गजक तिल, गुड़ और ड्राई फ्रूट्स से बनाई जाती है। इसमें नैचुरल फैट और मिनरल्स भरपूर होते हैं, जो सर्दियों में शरीर की इम्युनिटी बढ़ाते हैं। गजक लंबे समय तक एनर्जी देती है और ठंड से बचाव में मदद करती है। जो लोग शारीरिक मेहनत करते हैं या कमजोरी महसूस करते हैं, उनके लिए गजक सबसे ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है।
अगर तुरंत एनर्जी चाहिए तो रेवड़ी, पाचन और हल्की मिठास चाहते हैं तो तिलकुट और ताकत व इम्युनिटी बढ़ानी है तो गजक बेहतर है। सेहत के लिहाज से गुड़ वाली तिलकुट और गजक को रेवड़ी से थोड़ा ज्यादा हेल्दी माना जाता है।
इसे भी पढ़ें- बार-बार बिगड़ जाती है गजक, पट्टी और चिक्की की चाशनी, इस रूल से बनाएं परफेक्ट