गजक, तिल पट्टी या चिक्की की चाशनी बार-बार खराब हो जाती है? जानिए हार्ड क्रैक स्टेज का सही रूल। सही तापमान, पानी टेस्ट और जरूरी टिप्स से अब हर बार बनेगी परफेक्ट, कुरकुरी और टेस्टी मिठाई।
Gajak Patti Chasni Rule: सर्दियों में गजक, तिल पट्टी और मूंगफली चिक्की हर घर में बनती है, लेकिन जरा-सी चूक पूरी मिठाई खराब कर देती है। कभी चाशनी जमती नहीं, कभी बहुत सख्त हो जाती है, तो कभी कड़वी लगने लगती है। असल में समस्या रेसिपी में नहीं, बल्कि चाशनी के सही स्टेज और तापमान को न समझने में होती है। अगर आप यह एक गोल्डन रूल जान लें, तो गजक, पट्टी और चिक्की हर बार बिल्कुल परफेक्ट बनेगी।
चाशनी बिगड़ने की सबसे बड़ी वजह

अक्सर लोग गुड़ या चीनी को तेज आंच पर पकाते हैं या बार-बार चम्मच चलाते रहते हैं। इससे चाशनी या तो क्रिस्टलाइज हो जाती है या फिर जल जाती है। गजक और चिक्की की चाशनी के लिए सही तापमान और सही स्टेज बहुत जरूरी होता है।
परफेक्ट चाशनी का गोल्डन रूल
- चाशनी को हमेशा “हार्ड क्रैक स्टेज” तक ही पकाएं।
- यही एक नियम गजक, पट्टी और चिक्की को परफेक्ट बनाता है।
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हार्ड क्रैक स्टेज कैसे पहचानें?
- चाशनी की एक बूंद ठंडे पानी में डालें
- अगर वह तुरंत सख्त होकर कड़क तार जैसी बन जाए और टूट जाए-तो चाशनी तैयार है
- अगर चिपचिपी है, तो चाशनी अभी कच्ची है
- अगर पानी में फैल जाए, तो चाशनी ज्यादा पक गई है
- गजक, पट्टी और चिक्की की चाशनी बनाने का सही तरीका
- सबसे पहले कड़ाही में गुड़ या चीनी डालें और मध्यम आंच पर पिघलाएं।
- जब गुड़ पूरी तरह पिघल जाए, तब सिर्फ 1-2 चम्मच पानी डालें ताकि मैल अलग हो जाए।
- अब आंच धीमी रखें और बिना ज्यादा चलाए चाशनी पकने दें।
- जैसे ही चाशनी गाढ़ी होकर बुलबुले छोड़ने लगे, पानी वाला टेस्ट करें।
- हार्ड क्रैक स्टेज आते ही तुरंत गैस बंद कर दें और भुने तिल या मूंगफली मिला दें।
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चाशनी बनाते वक्त ये गलतियां न करें
- तेज आंच पर चाशनी न पकाएं
- बार-बार चम्मच न चलाएं
- ज्यादा पानी न डालें
- चाशनी को ठंडा होने का समय न दें-गरम-गरम ही फैलाएं
- गुड़ जलने लगे तो उसे इस्तेमाल न करें
