शुगर-फ्री का मतलब सुरक्षित नहीं, एरिथ्रिटोल स्वीटनर के चलते पड़ सकता है दिल का दौरा

Published : Jul 19, 2025, 08:14 AM ISTUpdated : Jul 19, 2025, 08:59 AM IST
Sugar free

सार

खाने-पीने की शुगर-फ्री चीजों में एरिथ्रिटोल नाम का स्वीटनर मिलाया जाता है। यह सेहत के लिए ठीक नहीं। इससे दिल का दौरा पड़ने और दिमाग की कोशिकाओं के नुकसान पहुंचने का खतरा है।

खाने-पीने की किसी चीज के पैकेट पर अगर आप शुगर-फ्री लिखा देखते हैं तो इसका यह मतलब नहीं कि यह सुरक्षित भी है। या यह सेहतमंद है। ऐसे प्रोडक्ट में एरिथ्रिटोल जैसे स्वीटनर डाले जा सकते हैं। एरिथ्रिटोल कम कैलोरी वाला स्वीटनर है। इसका इस्तेमाल शुगर-फ्री ड्रिंक्स, आइसक्रीम और कीटो स्नैक्स में किया जाता है। यह चीनी जितना ही लगभग 80% मीठा होता है और ब्लड शुगर को प्रभावित नहीं करता।

नए शोध से पता चला है कि एरिथ्रिटोल से दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। इससे दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है। कोलोराडो बोल्डर यूनिवर्सिटी में डॉ. क्रिस्टोफर डिसूजा के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि सोडा कैन में मौजूद एरिथ्रिटोल के स्तर के संपर्क में आने के केवल तीन घंटे बाद ही मानव मस्तिष्क की रक्त वाहिका कोशिकाओं में हानिकारक परिवर्तन दिखाई दिए।

अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष

  • एरिथ्रिटोल का सेवन करने से शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड कम हो जाता है। नाइट्रिक ऑक्साइड रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने में मदद करता है।
  • शरीर में एंडोथेलिन-1 का स्तर बढ़ जाता है। इससे खून कि नलियां संकरी हो जाती हैं।
  • शरीर में t-PA का स्तर घट जाता है। t-PA खून का धक्का बनने से रोकता है।
  • फ्री रेडिकल स्तर बढ़ जाता है। इससे कोशिकाएं मरने लगती हैं।

एरिथ्रिटोल स्ट्रोक के जोखिम को कैसे बढ़ा सकता है?

एरिथ्रिटोल के चलते खून की नलियां संकरी होती हैं। खून का धक्का बनने से रोकने की क्षमता घट जाती है। इससे दिमाग को होने वाली ऑक्सीजन सप्लाई घटती है। इससे मस्तिष्क में रक्त वाहिकाओं के बंद होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके चलते दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने का खतरा होता है। खून की नलियों को संकरा होने और खून जमने से दिल का दौरा पड़ने का डर बढ़ जाता है। प्रयोगशाला के नतीजे अब लोगों पर किए गए पहले के अध्ययनों से मेल खाते हैं। इसमें दिखाया गया है कि एरिथ्रिटोल का उच्च स्तर ब्रेन स्ट्रोक और दिल के दौरे से जुड़ा है।

अमेरिका और यूरोप में लगभग 4,000 वयस्कों पर किए गए क्लीवलैंड क्लिनिक के एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों के रक्त में एरिथ्रिटोल का स्तर ज्यादा था, उन्हें अगले तीन वर्षों में दिल के दौरे और स्ट्रोक की संभावना ज्यादा थी। अन्य शोधों से पता चला है कि 30 ग्राम एरिथ्रिटोल (एक पाइंट शुगर-फ्री आइसक्रीम में हो सकता है) ब्लड प्लेटलेट्स में थक्के बनने की संभावना को बढ़ा देता है।

विशेषज्ञ देते हैं सावधानी बरतने की सलाह

डॉ. डिसूजा और ऑबर्न बेरी इस बात पर जोर देते हैं कि उनका शोध प्रयोगशाला की कोशिकाओं पर किया गया था, न कि लोगों पर। फिर भी, यह इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे हानिरहित दिखने वाले स्वीटनर कोशिकाओं को प्रभावित कर सकते हैं। वे लेबल पढ़ने और एरिथ्रिटोल के इस्तेमाल को सीमित करने की सलाह देते हैं।

डॉ. थॉमस हॉलैंड (जो अध्ययन में शामिल नहीं हैं) का कहना है कि यह रक्त वाहिकाओं और मस्तिष्क के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है, खासकर नियमित इस्तेमाल से। इसके चलते स्टीविया या शहद जैसे प्राकृतिक विकल्पों को चुनना चाहिए।

यह भी पढ़ें- Sawan Recipes: सावन में फलाहारी का स्वाद बढ़ेगा दोगुना, बनाएं स्वादिष्ट खीर

आपके लिए क्या है इसका मतलब

अपने खाने के विकल्पों को लेकर थोड़ा ज्यादा सतर्क रहें। आपको चीनी की जगह क्या लेना है, इस बारे में बहुत सावधान रहना होगा। एरिथ्रिटोल युक्त पेय और मिठाइयों का सेवन सीमित करें। हो सके तो हमेशा प्राकृतिक स्वीटनर चुनने की कोशिश करें।

PREV
Read more Articles on

Recommended Stories

Gut Friendly Kanji: सर्दियों में गट हेल्थ रहेगा दुरुस्त, डाइट में शामिल करें ये कांजी की 5 रेसिपी
थट्टे से लेकर पौडी तक साल 2025 में लोगों को पसंद आई ये 7 इडली