
फूड डेस्क. विंटर में सबसे ज्यादा मजा मटर से बनी चीजें खाने से आती है। क्योंकि इसी मौसम में यह मिलती है। मटर की कचौड़ी और दाल घर-घर में बनाई जाती है। लेकिन प्रोटीन से भरपूर मटर को पचाना कई बार मुश्किल भरा होता है। गैस और अपच जैसी दिक्कत भी हो सकती है। लेकिन अगर हम सही तरीका अपनाएं इसे बनाने में तो इस परेशानी से बच सकते हैं। आइए जानते हैं मटर की कचौड़ी या दाल बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
मटर की कचौड़ी या फिर दाल बना रहे हैं। तो हींग का जरूर इस्तेमाल करें। यह पाचन में मदद करती है और गैस की समस्या से दूर रखती है। अदरक डालने से भी मटर आसानी से पच जाती है।
कचौड़ी में जब मटर भरते हैं तो उसे पहले पीसकर हींग के साथ फ्राई कर लें। इसके बात कचौड़ी में भरें। धीमी आंच पर पकाने से भी मटर अच्छी तरह पक जाता है। इससे गैस बनने की संभावना कम हो जाती है।
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जीरा, अजवाइन और धनिया जैसे मसाले गैस की समस्या को दूर करने में सहायक होते हैं। मटर या दाल में इन मसालों का तड़का लगाएं।
मटर की कचौड़ी बनाते समय तेल की मात्रा संतुलित रखें। ज्यादा तेल गैस और अपच का कारण बन सकता है। दाल बनाते वक्त भी ज्यादा तेल या मसाला ना डालें।
पकने के बाद मटर दाल पर नींबू का रस डालें। यह पाचन को बेहतर करता है और गैस की समस्या को दूर करता है। इसके साथ मटर के डिश का सेवन करते वक्त मात्रा का भी ध्यान रखें। बता दें कि मटर ना सिर्फ खाने में टेस्टी होता है बल्कि इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स भी पाए जाते हैं।