
भारत में आम सिर्फ एक फल नहीं, एक भावना, एक परंपरा, और एक गर्व है। दुनिया का लगभग 50% आम उत्पादन भारत में होता है और यहां के आमों की सैकड़ों किस्में हैं। उनमें से कुछ अपने स्वाद, खुशबू, बनावट और इतिहास के कारण बेहद प्रसिद्ध हैं। भारत के आम सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि इतिहास, संस्कृति और स्थानीय परंपराओं का प्रतीक हैं।हर आम की अपनी एक कहानी है – किसी का नाम किसी संत के नाम पर, किसी का गांव से, तो कोई ऐतिहासिक युद्ध की जीत से जुड़ा है। आइए जानें भारत के 10 सबसे मशहूर आमों के बारे में – उनकी उत्पत्ति, नामकरण और खासियत के साथ:
उत्पत्ति: रत्नागिरी, महाराष्ट्र (कभी पुर्तगालियों के जरिए लाया गया)।
नाम का कारण: पुर्तगाली जनरल Afonso de Albuquerque के नाम पर पड़ा।
खासियत:
उत्पत्ति: काकोरी, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
नाम का कारण: दशहरी गांव के एक पुराने बाग से इसका नाम दशहरी आम पड़ा।
खासियत:
उत्पत्ति: बनारस (वाराणसी), उत्तर प्रदेश
नाम का कारण: इसे एक लंगड़े फकीर ने पहली बार उगाया था, तभी से नाम "लंगड़ा" पड़ा।
खासियत:
उत्पत्ति: आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु
नाम का कारण: इसके सिरे की आकृति तोते की चोंच जैसी होती है – इसलिए "तोतापुरी"।
खासियत:
उत्पत्ति: आंध्र प्रदेश के नंद्याल ज़िले का बैंगनपल्ली गांव
नाम का कारण: उसी गांव से नाम लिया गया है
उत्पत्ति: बिहार के बक्सर ज़िले का चौसा इलाका
नाम का कारण: शेरशाह सूरी ने हुमायूं को चौसा में हराया, उस जीत की खुशी में इस आम को “चौसा” नाम दिया।
खासियत:
7. केसर (Kesar)
उत्पत्ति: गुजरात के जूनागढ़ ज़िले में गिरनार हिल्स के पास
नाम का कारण: इसका रंग केसर की तरह गाढ़ा होता है – इसलिए नाम “केसर”।
खासियत:
उत्पत्ति: मुख्यतः कर्नाटक और तमिलनाडु
नाम का कारण: इसका रंग पके हुए सिंदूर जैसा गहरा लाल होता है
खासियत:
उत्पत्ति: मालदा, पश्चिम बंगाल
नाम का कारण: एक किसान ‘फजल’ के नाम पर पड़ा
खासियत:
उत्पत्ति: तमिलनाडु और कर्नाटक
नाम का कारण: माना जाता है कि ये “मालगुडी” से आया है
खासियत: