
हेल्थ डेस्क: भाई-बहन के प्यार और त्याग को ध्यान में रखकर सेलिब्रेट किया जाने वाला फेस्टिवल रक्षाबंधन आ चुका है। इस दिन बहन अपने भाई को रेशम का धागा राखी के रूप में बांधती है और भाई उसे रक्षा का वादा करता है। इसी बीच एक ऐसी रियल लाइफ स्टोरी सामने आई है जिसे सुनकर आप भी इमोशनल हो जाएंगे। हाल ही में 21 साल की लड़की ने अपने छोटे भाई को बचाने के लिए अपने लिवर का एक हिस्सा दान कर दिया। क्योंकि उसका भाई गंभीर लिवर की बीमारी से जूझ रहा था। नंदिनी पाटिल ने इस सप्ताह रक्षाबंधन के पवित्र त्योहार के समय अपने 17 साल के भाई राहुल को जीवन का एक नया मौका देने के लिए अपने स्वास्थ्य को जोखिम में डाल दिया। अब हर तरह सिर्फ और सिर्फ नंदिनी की चर्चा हो रही है।
ऑटोइम्यून लिवर सिरोसिस से पीड़ित भाई की बहन ने बचाई जान
दरअसल पाटिल परिवार तब टूट गया जब राहुल को अचानक कमजोरी और खून की उल्टियां होने लगीं। स्थानीय डॉक्टरों से मदद मांगने के बावजूद, वे उसकी बिगड़ती हालत का कोई समाधान नहीं ढूंढ सके। आखिरकार, उन्होंने मेडिकवर हॉस्पिटल का रुख किया, जहां उन्हें पता चला कि राहुल को ऑटोइम्यून लिवर सिरोसिस है। एक ऐसी स्थिति जहां इम्यून सिस्टम लिवर कोशिकाओं पर हमला करता है। बार-बार आंतरिक खूब बहन और पेट में तरल पदार्थ जमा होने से बच्चे की हालत बेहद खराब हो गई थी। डॉक्टरों ने राहुल का देखा और उसकी जान बचाने का एकमात्र तरीका तत्काल लिवर ट्रांसप्लांट बताया।
21 साल की लड़की ने भाई के लिए उठाया जोखिम
दुर्भाग्य से, राहुल की मां को HbsAg पॉजिटिव होने के कारण लीवर डोनेशन करने के लिए अयोग्य पाया गया। हालांकि, तभी उसकी साहसी 21 साल की बहन नंदिनी ने अपने भाई की जान बचाने के लिए आगे कदम बढ़ाया। काफी मेडिकल परीक्षण के बाद, डॉक्टरों ने नंदिनी को एक आदर्श दाता मैच के रूप में पाया। कई घंटों तक चलने वाली हाई जोखिम वाली प्रक्रिया में, डॉ. विक्रम राउत के नेतृत्व में सर्जनों की एक टीम ने नंदिनी के लीवर के एक हिस्से को राहुल में सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट किया। इस बड़ी सर्जरी के बाद दोनों भाई-बहन अब ठीक हो रहे हैं।
रक्षाबंधन में पहले मौत पर खेलकर बचाई जान
राहुल का कहना कि उसकी बहन ने उसे अब तक का सबसे अच्छा रक्षाबंधन गिफ्ट दिया है जो कि एक नया जीवन है। नंदिनी का कहना है कि अपने भाई को फिर से स्वस्थ और जीवित देखना उनके लिए सबसे बड़ी खुशी थी। उन्होंने साथ ही अधिक लोगों से अंगदान पर विचार करने और ट्रांसप्लांट की सख्त जरूरत वाले अन्य लोगों की मदद करने का आग्रह किया है।
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