
बदलता मौसम, बढ़ता प्रदूषण और आए दिन फैलते वायरस हमारे शरीर पर लगातार हमला कर रहे हैं। जरा सी लापरवाही या कमजोर इम्यून सिस्टम हमें बीमारियों की चपेट में ला देती है। ऐसे में शरीर को अंदर से मजबूत बनाना जरूरी है। खुशखबरी ये है कि इस इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए आपको विदेशी सप्लीमेंट या महंगे हेल्थ प्रोडक्ट्स पर डिपेंड रहने की जरूरत नहीं है। हमारी रसोई और आयुर्वेदिक परंपरा में ऐसे कई देसी हर्ब्स (जड़ी-बूटियां) हैं जो नैचुरली इम्यून सिस्टम को एक्टिव करती हैं। ये न केवल शरीर को बीमारियों से बचाती हैं, बल्कि पूरी हेल्थ को बैलेंस करती हैं वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के। चलिए जानते हैं ऐसे 5 असरदार देसी हर्ब्स, जिन्हें आप डैली डाइट में शामिल करके खुद को तंदुरुस्त बना सकते हैं।
तुलसी को आयुर्वेद में रोग नाशक रानी कहा जाता है। इसके पत्तों में एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। रोज सुबह तुलसी की 4–5 पत्तियां चबाने से जुकाम, खांसी और सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं दूर रहती हैं। तुलसी टी या काढ़ा भी बेहद असरदार होता है।
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गिलोय एक ऐसा अमृत है जिसे आयुर्वेद में अमृता कहा गया है। ये सफेद ब्लड सेल्स को एक्टिव करता है और इम्यून सेल्स को मजबूती देता है। डेंगू, मलेरिया जैसी वायरल बीमारियों में गिलोय बहुत काम आता है। आप गिलोय रस, गिलोय की गोलियां या गिलोय का काढ़ा पी सकते हैं।
अश्वगंधा शरीर की इम्यून सेल्स की फंक्शनिंग सुधारता है और हार्मोनल संतुलन लाता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण आपको बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी से सुरक्षित रखते हैं। साथ ही यह स्ट्रेस और नींद की कमी से लड़ने में मदद करता है। आप अश्वगंधा पाउडर रात को दूध में मिलाकर ले सकती हैं।
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हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन (Curcumin) इम्यून सिस्टम को एक्टिव करता है और शरीर में इंफ्लेमेशन कम करता है। हल्दी वाला दूध ‘गोल्डन मिल्क’ के रूप में पूरी दुनिया में मशहूर हो चुका है। आप हल्दी दूध, सब्जी में हल्दी और हल्दी+काली मिर्च चाय पी सकती हैं।
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गले की खराश, खांसी और सांस की नली की सफाई में मुलेठी बेहद असरदार है। इसके गुण आपके रेस्पिरेटरी सिस्टम को मजबूत बनाते हैं जिससे आप एलर्जियों से बचे रहते हैं। आप मुलेठी चाय पी सकते हैं। साथ ही चूर्ण या काढ़े में डालकर इसे पिएं।