
हर महीने आने वाला पीरियड्स सिर्फ एक फिजिकल प्रोसेस नहीं बल्कि एक इमोशनल और हेल्थ जर्नी भी होता है। इस दौरान शरीर में हार्मोनल चेंजेस, थकान, क्रैम्प्स और बैक पेन जैसी परेशानियां आम हैं। कई बार दवाइयों पर निर्भर होना पड़ता है, लेकिन हमेशा मेडिसिन लेना सही नहीं होता। ऐसे में अगर आप नेचुरल तरीके से पीरियड्स दर्द से राहत चाहती हैं, तो कुछ खास ड्रिंक्स आपकी मदद कर सकते हैं। ये ड्रिंक्स शरीर को डिटॉक्स करते हैं, मसल्स रिलैक्स करते हैं और ब्लोटिंग को कम करते हैं।
अदरक अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जानी जाती है। यह गर्भाशय की मसल्स को रिलैक्स करती है और पीरियड्स क्रैम्प्स को तुरंत कम करती है। सबसे पहले एक कप पानी में अदरक का छोटा टुकड़ा उबालें। इसमें एक चम्मच शहद डालें। दिन में 1–2 बार पिएं। इसका फायदा ये है कि दर्द और सूजन दोनों कम होगी।
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दालचीनी ब्लड सर्कुलेशन को सुधारती है और यूटरस के स्पैम्स को कम करती है। एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर डालें। चाहें तो शहद मिलाकर स्वाद बढ़ा लें। इसका फायदा ये है कि पीरियड्स दर्द के साथ-साथ मूड स्विंग्स में भी राहत मिलती है।
सौंफ में मौजूद एंटीस्पास्मोडिक प्रॉपर्टीज पीरियड्स के दर्द को कम करती हैं और ब्लोटिंग से राहत देती हैं। 1 चम्मच सौंफ रातभर पानी में भिगो दें। सुबह इस पानी को गुनगुना करके पिएं। इससे आपका पाचन सुधरेगा और पेट दर्द कम होगा।
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कैमोमाइल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण नर्वस सिस्टम को शांत करते हैं और मसल्स को रिलैक्स करते हैं। एक कप गर्म पानी में कैमोमाइल टी बैग डालें। 5 मिनट बाद इसे पिएं। इसका फायदा ये है कि दर्द के साथ नींद की क्वालिटी भी बेहतर होगी।
हल्दी में पाया जाने वाला कर्क्यूमिन एक नैचुरल पेनकिलर है। यह पीरियड्स क्रैम्प्स और बॉडी पेन दोनों को कम करता है। सबसे पहले एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर उबालें। रात को सोने से पहले पिएं। इससे बॉडी डिटॉक्स होगी और इम्युनिटी भी मजबूत बनेगी।