
Winter Care: सर्दी के मौसम वैसे तो हर उम्र के लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। लेकिन बुजुर्गों के लिए विंटर बहुत ज्यादा तकलीफदेय होती है। दरअसल, इस मौसम में बुजुर्गों का तापमान युवाओं के मुकाबले तेजी से कम होता है। जिससे उनके लिए ठंड का मौसम सहन करना मुश्किल भरा हो जाता है। ऐसा मुख्य रूप से उम्र बढ़ने के साथ होने वाली चयापचय दर में प्राकृतिक कमी के कारण होता है, जिससे शरीर की ओर से उत्पादित गर्मी की मात्रा कम हो जाती है।
यदि किसी व्यक्ति के शरीर का तापमान मानक 37°C से नीचे चला जाता है, तो हाइपोथर्मिया जैसी खतरनाक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। हाइपोथर्मिया एक ऐसी स्थिति है जो असामान्य रूप से कम शरीर के तापमान के कारण होती है और यह तब शुरू होती है जब शरीर का तापमान 35°C से नीचे चला जाता है। इसके अलावा बुजुर्गों की प्रतिरोधक क्षमता इस मौसम में कमजोर पड़ने लगती है। ठंड से जोड़ों में दर्द, जुकाम-खांसी या ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ सकती है। ऐसे में कुछ आसान उपाय अपनाकर आप अपने घर के बुजुर्गों को गर्म और सुरक्षित रख सकते हैं।
बुजुर्गों को हमेशा लेयरिंग में कपड़े पहनाएं या पहनने को बोलें। जैसे थर्मल, स्वेटर, मफलर, मोज़े और टोपी। इससे शरीर का तापमान संतुलित रहेगा।
कमरे में पर्याप्त गर्माहट बनी रहे, इसके लिए हीटर या ब्लोअर का इस्तेमाल करें लेकिन हवा को ज्यादा ड्राय न होने दें। साथ ही, कमरे में हल्की धूप आने दें। घर का तापमान कम से कम 25-26 डिग्री तक रखें।
फ्लू के टीके फ्लू से गंभीर रूप से बीमार होने से बचने का एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका हैं। क्योंकि बुजुर्गों के लिए फ्लू बहुत ज्यादा खतरनाक होता है। सर्दी के मौसम में यह बहुत तेजी से फैलता है।
सर्दियों में बुजुर्गों को गर्माहट देने वाले खाद्य पदार्थ जैसे सूप, हल्दी वाला दूध, अदरक-लहसुन का सेवन कराएं। यह शरीर को भीतर से गर्म रखता है और इम्युनिटी बढ़ाता है। ड्राई फ्रूट्स भी सीमित मात्रा में दें। गर्म पानी पीने के लिए हमेशा प्रोत्साहित करें। ठंडे पानी से दूर रखें।
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बुजुर्गों के लिए ठंडा पानी खतरनाक होता है। पीने के साथ-साथ गर्म पानी नहाने के लिए दें। बाथरूम में गीजर लगवाएं ताकि वो इसका इस्तेमाल कर सकें।
समय पर दवाइयां दें और डॉक्टर से रूटीन चेकअप करवाएं। ठंड में ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल की निगरानी जरूरी है।
ठंडी हवाएं स्किन को रूखा बना देती हैं, इसलिए मॉइश्चराइजर या नारियल तेल से मसाज करें। इससे त्वचा मुलायम और हेल्दी रहती है। इसके अलावा बुजुर्गों को गर्म तेल से मालिश करते रहें।
सुबह की हल्की धूप में टहलना या योग करना जोड़ों के दर्द को कम करता है और शरीर को एक्टिव रखता है। बुजुर्ग को अपने साथ वॉक पर लें जाए और उनके साथ योग करें।
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