
हेल्थ डेस्क: सीमित मात्रा में शराब का सेवन आम तौर पर सामाजिक रूप से स्वीकार्य माना जाता है और यहां तक कि कुछ स्वास्थ्य लाभों से भी जुड़ा होता है। इतना ही नहीं ह्यूमन हेल्थ पर शराब के बहुमुखी प्रभाव को स्वीकार करना महत्वपूर्ण है। शराब के प्रभाव विविध हैं, जिनमें अल्पकालिक हानि से लेकर दीर्घकालिक हेल्थ रिजल्ट शामिल हैं। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट पूजा मल्होत्रा ने शराब के सेवन के सुरक्षित स्तर के बारे में कुछ खास टिप्स दी हैं जो स्वास्थ्य जोखिमों को कम करती हैं।
शराब से बढ़ता है 7 टाइप के कैंसर का खतरा
एक इंस्टाग्राम वीडियो में न्यूट्रिशन एक्सपर्ट पूजा मल्होत्रा ने बताया कि 90 के दशक में, एक सामान्य विचार प्रचलित था कि हल्की शराब के सेवन से हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है, इसलिए हल्की शराब पीने के दिशानिर्देश जारी किए गए थे। लेकिन 2023 तक, इंटरनेशनल एजेंसी फॉर कैंसर रिसर्च ने शराब को टाइप 1 कार्सिनोजेन के रूप में वर्गीकृत किया है, जो कम से कम 7 प्रकार के कैंसर के खतरे से जुड़ा है।
WHO ने बताई शराब से होने वाली बीमारियां
न्यूट्रिशन एक्सपर्ट ने आगे बताया कि डब्ल्यूएचओ का कहना है कि शराब एक जहरीला, साइकोएक्टिव, निर्भरता पैदा करने वाला पदार्थ है। इसके सेवन से लिवर सिरोसिस, मधुमेह जैसी चयापचय संबंधी बीमारियां और मानसिक हेल्थ जैसी कई स्थितियों का खतरा होता है। बारिश की शुरुआत से लोगों में शराब का सेवन बढ़ जाता है और फेस्टिवल सीजन के साथ ये दोस्तों और पार्टी में बढ़ता जाता है। इसलिए जितना अधिक आप पीएंगे, जोखिम उतना ज्यादा होगा।त्यौहारों के मौसम के साथ, पूजा मल्होत्रा ने वजन घटाने के कुछ टिप्स भी शेयर किए हैं।
एक्सपर्ट की मानें तो पार्टी में भोजन का अधिक सेवन करने से बचने के लिए बाहर निकलने से पहले हल्का, हेल्दी नाश्ता या घर का बना छोटा भोजन करें।जब पार्टी मेनू की बात आती है, तो स्टार्टर, सूप, सलाद, कबाब, ग्रिल या टिक्का चुनें और तली हुई चीजों से बचें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लालच के आगे झुकने के बजाय अपनी भूख को संतुष्ट करने के लिए खाएं, क्योंकि अधिक खाने से शायद ही संतुष्टि मिलती है।
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