Kim Kardashian did salmon sperm facial: किम कर्दाशियन का सैल्मन स्पर्म फेशियल स्किन के लिए नया ट्रेंड बन गया है। जानें इस अजीबोगरीब फेशियल के फायदे, प्रक्रिया और इसके प्रभाव के बारे में अधिक जानकारी।
हेल्थ डेस्क: चेहरे को चमकाने और लंबे समय तक जवां बने रहने के लिए लोग कई तरह के तरीके अपनाते हैं। आज हम आपको ऐसे स्किन फेशियल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में सुन आपके होश उड़ सकते हैं। जी हां! फेमस अमेरिकन सेलिब्रिटी किम कर्दाशियन ने अपने स्किन फेशियल के बारे में अजीबोगरीब खुलासा किया है। सेलिब्रिटी किम ने फेमस शो "द कार्दशियन" में बताया कि उन्होंने अपने चेहरे में सैल्मन स्पर्म फेशियल कराया है। बड़ी बात ये है कि स्पर्म को स्किन के अंदर इंजेक्शन की मदद से इंजेक्ट किया गया है। खैर ये सुनकर आपको न सिर्फ अजीब लग रहा होगा बल्कि मन में कई सवाल भी उठ रहे होंगे। जानते हैं किम कर्दाशियन के वायरल हो चुके सैल्मन स्पर्म फेशियल के बारे में अधिक जानकारी।
सैल्मन फेशियल से त्वचा को बेनिफिट्स
सैल्मन एक फिस का नाम है जिसे लोग खाने में इस्तेमाल करते हैं। सैल्मन के स्पर्म को स्किन में इंजेक्ट कर त्वचा का ट्रीटमेंट किया जाता है। किम कर्दाशियन ने अपनी मां को शो के दौरान जानकारी दी कि उन्होंने सैल्मन स्पर्म फेशियल कराया है। बात सिर्फ यहां आकर खत्म नहीं होती है। वॉल स्ट्रीट जर्मल में प्रकाशित खबर के मुताबिक जेनिफिर एनिस्टन भी स्पर्म फेशियल करा सनसनी मचा चुकी हैं।
सैल्मन स्पर्म फेशियल को पॉलीन्यूटाइट ट्रीटमेंट के नाम से भी जाना जाता है। ये एक प्रकार का स्किन ट्रीटमेंट है। द गार्जियन के इंटरव्यू में प्लास्टिक सर्जन डॉ रिचर्ड वेस्ट्रेच ने बताया कि सैल्मेन स्पर्म में पॉलीन्यूटाइट DNA के साथ ही RNA के छोटे टुकड़े होते हैं। जब इंजेक्शन की मदद से सैल्मेन स्पर्म को इंजेक्ट किया जाता है तो नई ब्लड वेसल्स के साथ ही अधिक कोलेजन के साथ ही केराटिनोसाइट्स का फॉर्मेशन होता है। जब किसी भी व्यक्ति को सैल्मेन स्पर्म फेशियल दिया जाता ह तो नई सेल्स अधिक संख्या में बनने लगती है। अब आप खुद ही समझ सकते हैं कि जवानी को बनाए रखने में किस तरह से सैल्मेन स्पर्म काम करते हैं।
स्किन फेशियल के लिए सैल्मन के स्पर्म ही क्यों?
आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि बाकी सब तो ठीक है लेकिन फेशियल के लिए स्पर्म का ही क्यों चुनाव किया गया?इस बारे में प्लास्टिक सर्जन जानकारी देते हैं कि सैल्मन के टेस्टिस में DNA का कॉन्स्ट्रेशन ज्यादा होता है, इस कारण से इन्हें आसानी से निकाला जा सकता है। सैल्मन के DNA में न्यूक्लियोटाइड्स का आकार इंसानों की तरह ही होता है। यही वजह है कि जब इन्हें स्किन में इंसर्ट किया जाता है तो ये बिना सूजन त्वचा में समां जाते हैं।
सैल्मन के स्पर्म फेशियल से सभी लोगों में अलग-अलग रिजल्ट देखने को मिलते हैं। जहां कुछ लोगों कि स्किन में बेहतरीन रिजल्ट दिखते हैं वहीं कुछ लोगों में कुछ खास फर्क महसूस नहीं होता है। सैल्म स्पर्म फेशियल को इसलिए भी अच्छा माना जाता है क्योंकि इसके साइड इफेक्ट्स बहुत कम होते हैं। माइक्रोनिडलिंग के कारण त्वचा में हल्की सूजन के निशान दिख सकते हैं।
Disclaimer: लेख में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। अगर आपको स्किन फेशियल से संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए तो बेहतर होगा कि प्लास्टिक सर्जन या फिर एक्सपर्ट से जानकारी लें।
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