सेक्स के बाद खून क्यों आता है? डॉक्टर ने बताए 5 शॉकिंग कारण

Published : Oct 13, 2025, 05:46 PM IST
रिलेशनशिप हेल्थ टिप्स

सार

Postcoital bleeding causes: सेक्स के बाद होने वाली ब्लीडिंग को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। शुरुआती और सही इलाज के लिए डॉक्टर से मिलकर पैप स्मीयर और अन्य आवश्यक जांचें कराना हमेशा सेफ होता है।

महिलाओं को इंटिमेट रिलेशन (Sex) के बाद हल्की ब्लीडिंग का सामना करना पड़ता है। इसे मेडिकल भाषा में पोस्टकॉइटल ब्लीडिंग (Postcoital Bleeding) कहा जाता है। यह एक बार की घटना हो सकती है और अक्सर गंभीर नहीं होती। लेकिन अगर यह बार-बार हो रही है, दर्द के साथ हो या अन्य लक्षणों के साथ आए, तो यह किसी बड़े हेल्थ इश्यू का संकेत भी हो सकती है। स्त्री रोग विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। आइए समझते हैं इसके पीछे कारण और कब डॉक्टर से राय लेनी जरूरी बन जाती।

सर्वाइकल या एंडोमेट्रियल पॉलीप्स

ये गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) या गर्भाशय की परत (Endometrium) पर बनने वाली गैर-कैंसरयुक्त (Non-cancerous) सेल्स या छोटे ट्यूमर होते हैं। ये बहुत नाजुक होने के कारण हल्के स्पर्श या फ्रिक्शन से ब्लीड कर सकते हैं। अक्सर इनमें दर्द नहीं होता, इसलिए महिला को इनके होने का पता भी नहीं चल पाता है।

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वजाइनल इंफेक्शन या सूजन 

सबसे ज्यादा कुछ वजाइनल इंफेक्शन भी ब्लीडिंग का कारण बनते हैं। इसमें यीस्ट इंफेक्शन, बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial Vaginosis - BV), यौन संचारित संक्रमण जैसे क्लैमाइडिया (Chlamydia) और गोनोरिया (Gonorrhea) भी वजह हैं। इनसे वजाइना या सर्विक्स में सूजन (Inflammation) हो जाती है, जिसके चलते सेक्स के दौरान ब्लीडिंग हो सकती है। अक्सर इसके साथ खुजली, बदबूदार डिस्चार्ज या जलन भी हो सकती है।

सर्वाइकल एक्टोपियन या इरोजन

इस कंडीशन में गर्भाशय ग्रीवा की अंदरूनी परत बाहर की ओर आ जाती है। यह परत बेहद संवेदनशील होती है और हल्के घर्षण से भी ब्लीडिंग कर सकती है। यह स्थिति गर्भनिरोधक गोलियों, किशोरावस्था या प्रेग्नेंसी में ज्यादा देखी जाती है।

सर्वाइकल डिस्प्लेसिया

यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें सर्विक्स की सेल्स असामान्य रूप से बढ़ती हैं। यदि इलाज न किया जाए तो यह धीरे-धीरे कैंसर का रूप ले सकती है। शुरुआती चरण में एक लक्षण पोस्टकॉइटल ब्लीडिंग भी हो सकता है।

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गंभीर कारण में सर्वाइकल कैंसर

अगर ब्लीडिंग बार-बार हो रही है या अन्य लक्षणों के साथ हो रही है, तो यह सर्वाइकल कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है। हालांकि इसके केस बहुत कम होते हैं, लेकिन जांच करवाना जरूरी है।

कब लें डॉक्टर से तुरंत सलाह?

हल्की और एक बार होने वाली ब्लीडिंग आमतौर पर गंभीर नहीं होती। लेकिन इन स्थितियों में तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ (Gynecologist) से संपर्क करें।

  1. बार-बार ब्लीडिंग होना
  2. तेज या भारी रक्तस्राव होना
  3. अगर सिर्फ स्पॉटिंग नहीं, बल्कि खून ज्यादा मात्रा में आ रहा हो।
  4. पेट या पेल्विक में दर्द
  5. बदबूदार या रंग बदला डिस्चार्ज
  6. खुजली या जलन
  7. थकान या कमजोरी
  8. मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग

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