TV एक्ट्रेस को कैंसर के बाद हुई Costochondritis बीमारी, जानें कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस के लक्षण और इलाज

Costochondritis Symptoms and Treatment: छाती की हड्डी के दोनों तरफ ऊपरी और मध्य पसली क्षेत्र में सीने में तकलीफ, कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस का एक सामान्य लक्षण है। यहा जानें कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस क्या है और इसके ट्रीटमेंट।

हेल्थ डेस्क: कैंसर सर्वाइवर रहीं टीवी एक्ट्रेस छवि मित्तल ने इंस्टाग्राम पर अपने स्वास्थ्य को लेकर एक बड़ा अपडेट शेयर किया है। छवि ने खुलासा किया कि उन्हें कॉस्टोकोंड्राइटिस बीमारी(Costochondritis diagnosis) बताई गई है। अभिनेत्री का कहना है कि यह छाती की कार्टिलेज डैमेज है। छवि को होने वाली इस बीमारी का संभावित कारण विकिरण (एक कैंसर थेरेपी) और ऑस्टियोपेनिया के लिए मिले इंजेक्शन की प्रतिकूल प्रतिक्रिया हो सकती है। उनको पिछले कुछ दिनों से लगातार खांसी का अनुभव हो रहा था। इन्हीं कैंसर दबाओं की वजह से हो सकता है कि छवि मित्तर को कॉस्टोकोंड्राइटिस बीमारी निकलकर सामने आई है।

कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस क्या है?

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पसलियों के रिब केज में संक्रमण को कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस कहा जाता है। यह किसी संक्रमण, दुर्घटना या अन्य चिकित्सीय समस्याओं के परिणामस्वरूप हो सकता है। हेल्थलाइन के अनुसार, यह बीमारी अक्सर कॉस्टोस्टर्नल जोड़ या कॉस्टोस्टर्नल जंक्शन पर रिब को प्रभावित करती है। जहां ऊपरी पसलियां स्तन की हड्डी को जोड़ती हैं, जिसे आमतौर पर स्टर्नम के रूप में जाना जाता है। सरल शब्दों में समझे तों पसलियों में सूजन की समस्या को कॉस्टोकोनड्राइटिस (Costochondritis) कहते हैं। इसमें रिब्स को स्टरनम से जोड़ने वाले टिश्यू में सूजन और लालिमा आ जाती है।सूजन की समस्या में दर्द, तेजी से होने लगता है।

कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस के लक्षण क्या हैं?

छाती की हड्डी के दोनों तरफ ऊपरी और मध्य पसली क्षेत्र में सीने में तकलीफ, कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस का एक सामान्य लक्षण है। यह असुविधा समय के साथ धीरे-धीरे या अप्रत्याशित रूप से बढ़ती ती है। इसके अवाला - 

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि सीने में भारीपन और रेडिएशन महसूस होने जैसे लक्षण दिल का दौरा सहित कई प्रकार की बीमारियों का संकेत दे सकते हैं। यदि आपकी छाती में तकलीफ गंभीर और लगातार बनी हुई है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस का ट्रीटमेंट क्या है?

कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस के इलाज के लिए कई दृष्टिकोण हैं। कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस के अधिकांश रोगियों का इलाज डॉक्टर द्वारा लिखी दवाओं से किया जाता है। यदि दर्द हल्का से गंभीर है तो डॉक्टर संभवतः नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं जैसे इबुप्रोफेन (एडविल) या नेप्रोक्सन (एलेव) की सलाह देंगे।

  1. एनएसएआईडी की निर्धारित खुराक। 
  2. मौखिक स्टेरॉयड या प्रभावित क्षेत्र में स्टेरॉयड इंजेक्शन। 
  3. ट्रांसक्यूटेनियस इलेक्ट्रिकल नर्व स्टिमुलेशन में एक छोटे, बैटरी चलित उपकरण का उपयोग करके विद्युत प्रवाह देना।

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