स्वच्छता रखना और हाथ धोना सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन बार-बार साबुन से हाथ धोने से त्वचा की बीमारी होने का खतरा रहता है।
नई दिल्ली। कोरोना महामारी फैली तो इससे बचने के लिए सबसे आसान उपाए स्वच्छता रखना और हाथ धोना बताया गया। स्वच्छता रखना और हाथ धोना सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन अगर कोई व्यक्ति दिन में कई बार साबुन से हाथ धोता है तो उसे सावधान होने की जरूरत है। यह आदत त्वचा संबंधी बीमारी का कारण हो सकती है।
जो लोग बहुत अधिक हाथ धोते हैं वे खुद महसूस कर सकते हैं कि उनकी त्वचा बहुत अधिक शुष्क हो गई है या फट रही है। यह आगे चलकर एक्जिमा का रूप ले सकता है। इसमें इंसान को खुजली होती है। उसकी त्वचा सूखी रहती है और रंग खराब हो जाती है। त्वचा विशेषज्ञों के अनुसार साबुन में मौजूद रसायनों के कारण स्किन को नुकसान होता है।
एक्जिमा क्या है?
एक्जिमा स्किन में होने वाली कई परेशानियों का समूह है। इलाज नहीं किए जाने पर इसका संक्रमण बार-बार होता है। यह जानलेवा भी हो सकता है। डॉक्टरों के अनुसार आनुवंशिकी और पर्यावरणीय दोनों कारक किसी व्यक्ति में एक्जिमा विकसित होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक्जिमा अक्सर बचपन में शुरू होता है।
एक्जिमा के लक्षण स्किन लाल होना, त्वचा पर भूरे या बैंगनी रंग के धब्बे बनना, जलन और सूजन, चिढ़, खुजली वाली त्वचा या छाले, स्किन में दरारें पड़ना और त्वचा से खून निकलना है।
रिसर्च से पता चला है कि साबुह से बहुत अधिक हाथ धोने से त्वचा में जलन होती है। जब आप अपने हाथों को बहुत जोर से धोते हैं तो इससे कोमल कोशिकाएं चोटिल हो जाती हैं, जिससे जलन होती है।
एक्जिमा के मरीज कैसे हाथ धोएं?
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार अगर किसी को एक्जिमा है तो उसे हाथ धोते समय सावधानी बरतनी चाहिए। हाथ पर हल्का साबुन लगाना चाहिए और दस सेकंड में उसे धो लेना चाहिए। उंगलियों के बीच और नाखूनों के आसपास धीरे से रगड़ना चाहिए। गर्म पानी के बजाय गुनगुने पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। हाथ धोने के बाद साफ तौलिया से थपथपाएं फिर मॉइस्चराइज लगा लें।
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एक्जिमा है तो क्या साबुन इस्तेमाल कर सकते हैं?
संक्रमण से बचने के लिए हाथों को हमेशा साफ रखना महत्वपूर्ण है। यदि नियमित रूप से हाथ धोने से एक्जिमा हो रहा है तो साबुन का इस्तेमाल नहीं करें। साबुन रहित हैंड वास का इस्तेमाल करें। उनमें आमतौर पर सोडियम लॉरिल सल्फेट नहीं होता है। बाजार में रसायन मुक्त कई हर्बल साबुन भी उपलब्ध हैं।
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