आईसीएमआर अध्ययन के अनुसार, 2019 में 70 मिलियन लोगों की तुलना में भारत में अब 101 मिलियन से अधिक लोग डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित हैं। अधिकांश मामले टाइप 3 डायबिटीज या डायबिटीज मेलिटस(diabetes mellitus) के हैं। जो मोटापे से जुड़ी बीमारी के रूप हैं। खराब लाइफस्टाइल से जुड़ी इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है। हालांकि, अच्छी खबर यह है कि प्रीडायबिटीज (जहां रक्त शर्करा का स्तर सामान्य से अधिक होता है) और टाइप 2 डायबिटीज को काफी हद तक रोका जा सकता है। डायबिटीज के खतरे को कम करने के टिप्स बताते हैं-