केरल में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए बुजुर्गों के लिए कर्नाटक सरकार ने मास्क लगाने की एडवाइजरी जारी की है और इससे सतर्क रहने की हिदायत भी दी है।
हेल्थ डेस्क: साल 2019 में चीन के वुहान से निकला कोरोनावायरस अभी भी पूरी दुनिया की लिए संकट बना हुआ है और अब भारत पर भी इसका प्रकोप दोबारा मंडराने लगा है। केरल में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार सतर्क हो गई है और कर्नाटक के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने वरिष्ठ नागरिकों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए मास्क पहनने की एडवाइजरी जारी की है। आइए आपको बताते हैं कर्नाटक की एडवाइजरी में क्या हिदायत दी गई है और केरल के किन क्षेत्रों में कोरोना का प्रकोप नजर आ रहा है...
कोविड के नए वेरिएंट को लेकर सरकार सतर्क
केरल और कर्नाटक के अन्य राज्यों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि सामने आई है। सोमवार को कर्नाटक के कोडागु में पत्रकारों से बात करते हुए कर्नाटक के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने वरिष्ठ नागरिकों और अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है। इतना ही नहीं मंत्री ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है हमने कोविड-19 के मामलों को लेकर कल एक बैठक की, जहां चर्चा की गई कि आगे क्या कदम उठाए जाने चाहिए। हम जल्द ही एडवाइजरी भी जारी करेंगे। उन्होंने कहा कि जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है और जिन्हें दिल की समस्या है या अन्य बीमारी है उन्हें तुरंत ही मास्क पहनना शुरू कर देना चाहिए।
इन क्षेत्रों में है कोरोना का संकट
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा हमने सरकारी अस्पतालों को तैयार रहने के लिए सतर्क कर दिया है। केरल के साथ ही बॉर्डर शेयर करने वाले क्षेत्रों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। जैसे मंगलौर, चमनजनगर और कोडागु इसकी सीमा पर आते हैं, ऐसे में हमने टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दिया है और जिन लोगों को सांस संबंधी समस्याएं हैं उन्हें अनिवार्य रूप से परीक्षण कराना होगा। बता दें की हाल ही में भारत में सिंगापुर से आए एक भारतीय यात्री में कोविड-19 के जेएन. 1 संक्रमण का पता चला था। इसके बाद 79 वर्षीय महिला में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के लक्षण देखे गए थे। वहीं, तिरुचिरापल्ली और तमिलनाडु के अन्य जगह में भी जेएन.1 से संक्रमण के मामले सामने आए है।