
एक स्वस्थ व्यक्ति को समय समय पर ब्लड डोनेशन जरूर कराना चाहिए ताकि जरूरतमंद की मदद हो सके। हर किसी को पता है कि ब्लड डोनेशन के लिए स्वस्थ होना बेहद जरूरी है लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि कब ब्लड डोनेशन नहीं करना चाहिए? आइए जानते हैं कि किन स्थिति में ब्लड डोनेशन नहीं कराना चाहिए।
अगर किसी व्यक्ति ने हाल ही में टैटू बनवाया है तो ऐसे व्यक्ति को भी ब्लड डोनेशन करने की सलाह नहीं दी जाती है। यह सच नहीं है कि पियर्सिंग या फिर टैटू बनवाने वाले कभी भी ब्लड डोनेट नहीं कर सकते। लेकिन टैटू बनवाने बनवाने के कुछ दिनों बाद तक ब्लड डोनेशन के लिए मना किया जाता है। ऐसा संक्रमण से बचने के लिए किया जाता है।
ब्लड डोनेशन के पहले व्यक्ति का वजन चेक किया जाता है। अगर किसी व्यक्ति का वजन 50 किलो से कम है तो ऐसे में भी ब्लड डोनेशन कराने की सलाह नहीं दी जाती है। वजन कम होना व्यक्ति की स्वास्थ्य समस्याओं या फिर कमजोरी से जुड़ा मामला हो सकता है।
भारत में ब्लड डोनेशन के लिए आयु मायने रखती है। अगर किसी की उम्र 18 वर्ष से कम है या 65 वर्ष से अधिक है तो ऐसे लोगों को भी ब्लड डोनेशन करने की सलाह नहीं दी जाती है। वहीं कुछ देशों में 16 वर्ष तक के लोग ब्लड डोनेशन कर सकते हैं।
अगर कोई महिला गर्भवती है या फिर बच्चों को स्तनपान कर रही है तो ऐसी महिलाओं को भी ब्लड डोनेशन कराने की सलाह नहीं दी जाती है। इस बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी ली जा सकती है।
अगर हाल ही में कोई व्यक्ति देश के बाहर से होकर आया है तो ऐसे में उसको ब्लड डोनेशन नहीं करना चाहिए। इसकी मुख्य वजह बाहरी देशों से संक्रमण या इन्फेक्शन की अधिक संभावना से जुड़ी होती है।
साथ ही अगर किसी व्यक्ति के हाल ही में सर्जरी हुई है या फिर व्यक्ति को रक्त संबंधित बीमारी है, या किन्हीं दवाओं का सेवन कर रहा है। व्यक्ति अधिक नशा करता है तो ऐसे व्यक्ति को भी ब्लड डोनेशन नहीं करना चाहिए। एक स्वस्थ व्यक्ति ब्लड डोनेट कर सकता है। अगर आपको किसी तरह की बीमारी है तो इस बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं।
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