Benefits and Precautions of Sunbathing: नेशनल नेचुरोपैथी डे पर जानें सन बाथ के फायदे और सावधानियां। धूप से विटामिन D, इम्युनिटी व हड्डियों को लाभ मिलता है, लेकिन सही समय और तरीके का पालन जरूरी है।
हर साल 18 नवंबर को नेशनल नेचुरोपैथी डे (National Naturopathy Day) मनाया जाता है।नेचुरोपैथी से मतलब औषधि मुक्त चिकित्सा पद्धतियों का इस्तेमाल कर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। आयुष मंत्रालय द्वारा इसे 2018 में शुरू किया गया था। नेचुरोपैथी प्राकृतिक चिकित्सा का समर्थन करता है और मानता है कि बिना दवाइयों के भी शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। नेचुरोपैथी में जल चिकित्सा से लगाकर सन बाथ तक को फायदेमंद माना गया है।
भारत में प्राकृतिक चिकित्सा को जर्मन पुस्तक ‘द न्यू साइंस ऑफ हीलिंग’ के अनुवाद के बाद प्रसिद्धि मिली। नेचुरोपैथी में संवाद को बेहद खास माना गया है।इसे खास दिन जानिए सन बाथ लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि शरीर को नुकसान न पहुंचे।
सन बाथ लेने से शरीर को क्या फायदे पहुंचते हैं?
ठंड के समय अक्सर लोग धूप में कई घंटे तक बैठते हैं। सन बाथ जहां सर्दी को दूर करने का काम करता है, वहीं शरीर को कई फायदे भी पहुंचाता है। धूप में बैठने से शरीर को विटामिन D बनाने में मदद मिलती है, जिससे कि हड्डियां मजबूत होती हैं और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
अगर सिर्फ कैल्शियम युक्त पदार्थ का सेवन किया जाए, तो उसका अवशोषण नहीं होगा। जब विटामिन डी शरीर में होता है, तो इससे कैल्शियम का अशोषण बढ़ता है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम होता है।
सन बाथ लेने से एंटीमाइक्रोबॉयल पेप्टाइड बढ़ते हैं, जिससे बीमारियों से लड़ने में मदद भी मिलती है। अगर कुछ देर तक धूप में बैठा जाए, तो इससे सेरोटोनिन का लेवल बढ़ता है, जिससे कि मूड अच्छा रहता है और डिप्रेशन भी कम होता है।
जो लोग हल्की धूप में कुछ देर बैठते हैं, उनमें बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा भी काम हो जाता है। शरीर में जकड़न, शरीर दर्द, कम होते हैं।
सुबह 7 से 9 सबसे तक सन बाथ सुरक्षित मानी जाती है। करीब 10 से 20 मिनट तक धूप में रोजाना बैठना चाहिए।