घुटनों के दर्द से राहत
विशेषज्ञों का कहना है कि गुड़, तिल और खसखस को एक साथ लेने से घुटनों के दर्द में भी काफी हद तक आराम मिलता है। रोजाना एक तिल का लड्डू खाने से जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। तिल और तिल के तेल में एंटी-आर्थराइटिस, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
साथ ही तिल में हड्डियों को स्वस्थ रखने वाला मैग्नीशियम, कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होता है। ये जोड़ों के दर्द, घुटनों के दर्द को कम करते हैं और हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। खसखस में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और दर्द को कम करते हैं।
ये घुटनों के दर्द से राहत दिलाते हैं। गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इस लड्डू को खाने से घुटनों का दर्द काफी हद तक कम हो जाता है।
प्रजनन क्षमता में सुधार
तिल का लड्डू प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है। गुड़, तिल और खसखस का मिश्रण प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में बहुत मददगार होता है। इस लड्डू को रोजाना एक खाने से शरीर में हार्मोन संतुलित रहते हैं। साथ ही आपकी ऊर्जा को बढ़ाता है और प्रजनन क्षमता में सुधार करता है।
खसखस महिलाओं की प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है। ये फैलोपियन ट्यूब से बलगम को हटाकर गर्भधारण में मदद करते हैं। साथ ही कामेच्छा को भी बढ़ाते हैं। इन बीजों में मौजूद मैग्नीशियम तनाव को कम करता है।
त्वचा सुंदर दिखती है
रोजाना एक तिल का लड्डू खाने से त्वचा स्वस्थ रहती है। इन तीनों का मिश्रण आपकी त्वचा को चमकदार बनाने में भी मदद करता है। खसखस में मौजूद फैटी एसिड त्वचा को हाइड्रेट रखते हैं। साथ ही त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद करते हैं।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से त्वचा की रक्षा करते हैं। यह त्वचा को जवां और चमकदार बनाता है। तिल में मौजूद जिंक कोलेजन के निर्माण में मदद करता है। यह त्वचा को मजबूत और लचीला बनाता है।