हममें से ज्यादातर लोग तनाव यानी स्ट्रेस से अनजान नहीं है। जीवन के सभी उतार-चढ़ावों के दौरान, हम किसी न किसी बिंदु पर तनाव को महसूस करते हैं। वैसे तो तनाव होना बुरी बात नहीं है। लेकिन शोध से पता चला है कि लगातार तनाव शारीरिक दिक्कत दे सकती हैं।
हेल्थ डेस्क. तनाव अगर लंबे वक्त तक बना रहता है तो आपके मनोदशा, नींद यहां तक की खाने पर भी असर डालती है। तनाव आपकी भूख और पाचन सभी को प्रभावित कर सकता है शोध में यह भी पता चला है कि लंबे वक्त का तनाव आपके मस्तिष्क पर प्रभाव डाल सकता है और आपकी आदतों और निर्णय लेने की क्षमता को बदल सकता है। जिसकी जह से आप अक्सर अनहेल्दी डाइट लेने लगते हैं। आइए जानते हैं तनाव आपके आहार पर कैसे असर डालता है और इसे रोकने के लिए क्या कर सकते हैं।
1. आपको भूख में बदलाव का अनुभव हो सकता है
जब आप तनाव में होते हैं, तो शरीर कोर्टिसोल नामक हार्मोन जारी करता है, जो आपकी भूख बढ़ाने और आपके शरीर को खाना खाने के लिए प्रेरित करने में भूमिका निभाता है। वहीं जब आप अल्पकालिक तनाव से पीड़ित होते हैं तो यह फाइट की प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है और आपके भूख को दबा देता है। इन दोनों स्थिति में अलग-अलग इफेक्ट देखने को मिलती है। कुछ लोग तनाव को कम करने के लिए मीठाई, नमकीन स्नैक्स या अन्य हेल्दी फूड खाने लगते हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों को भूख ही नहीं लगती है। वो बहुत कम खाते हैं जिससे उनके शरीर को पोषक तत्व नहीं मिल पाता है।
क्या करें- वैसे तो भोजन को लेकर कोई नियम नहीं है। लेकिन लंबे वक्त तक अगर आप अनहेल्दी फूड खाते हैं या फिर नहीं खाते हैं दोनों ही सूरत में यह आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए यदि तनाव के कारण आपकी भूख कम हो जाती है, तो केले, शकरकंद, ब्राउन चावल, या अंडे जैसे आसानी से पचने योग्य विकल्पों तक जाने की कोशिश करें।
2.आपके बार-बार बाहर खाने की संभावना अधिक है
आप तनाव में बार-बार खाने लगते हैं। रात में भी आपको भूख लगने लगती है। इतना ही नहीं आप हेल्दी विकल्प भी नहीं अपनाएंगे। फास्ट फूड आपका विकल्प बन जाता है। जो कि शरीर को नुकसान पहुंचाता है। आपकी नींद की अवधि कम होने लगती हैं।
क्या करें: अगर आपको बार-बार रात में या दिन में भूख लगती है और आप फोन से ऑर्डर देने लग जाते हैं। तो फिर एक योजना है, आप आसान और पोष्टिक कुछ चीज बना लें। जो खाने में टेस्टी हो और उसे ही खाएं। इससे आप फास्ट फूड ऑर्डर करने से बच सकते हैं।
3. आपकी पाचन क्रिया धीमी हो सकती है
शोध से पता चला है कि आपकी आंत और मस्तिष्क के बीच का संबंध बहुत शक्तिशाली है, इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि जब आप मानसिक रूप से तनावग्रस्त होते हैं, तो यह आपके पाचन पर शारीरिक प्रभाव डाल सकता है। तनाव के दौरान धीमी पाचन, सूजन, गैस और सामान्य असुविधा हो सकती है।
क्या करें: हालांकि आप अपने जीवन में सबी तनावों को दूर करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं। लेकिन शरीर को नेचुरल रूप से आराम दे सकते हैं। इसके लिए खाने के बाद थोड़ी देर टहलना, भोजन से पहले या बाद में ध्यान या सांस लेने के व्यायाम करना, या पुदीने की चाय पीना, तनाव के समय में बेहतर पाचन को बढ़ावा देने में मदद करने के सभी तरीके हैं।
4. आप संभवतः बिना सोचे-समझे अधिक खाएंगे
बहुत हद तक स्ट्रेस ईटिंग की तरह, जिसे अक्सर सामान्य से अधिक या अलग तरह से खाने के रूप में जाना जाता है। माइंडलेस ईटिंग का मतलब बिना किसी इरादे के खाने तक पहुंच जाना। मतलब अगर आप किचन की तरफ से गुजर रहे हैं तो खुद ब खुद पॉपकॉर्न या स्नैक्स की तरह हाथ चला जाता है।
क्या करें: किचन के तरफ एक मकसद से जाएं। मोबाइल, टीवी देखने के दौरान खाने पर बिल्कुल फोकस नहीं करें। प्लेट को खुद से दूर रखने का प्रयास करें।
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