39 साल की इंफ्लुएंसर की डेथ, सिर्फ शाकाहारी फूड खाने की वजह से हुई मौत!

Vegan Raw Food Influencer death: सैमसोनोवा कम से कम एक दशक से पूरी तरह से शाकाहारी आहार का पालन कर रही थीं। कुछ महीने पहले श्रीलंका में, वह काफी कमजोर लग रही थीं। अब कुछ दिन बाद ही उनकी डेथ हो गई है।

Shivangi Chauhan | Published : Aug 1, 2023 5:38 AM IST

हेल्थ डेस्क: भोजन हर व्यक्ति की बेसिक जरूरत है इसकी कमी से डेथ तक हो सकती है। हाल ही में एक ताजा मामला सामने आया है। यहां पर भूख की वजह से एक महिला की मौत हो गई है। हम बात कर रहे हैं सोशल मीडिया पर फेमस वेजिटेरियन फूड इंफ्लुएंसर झन्ना सैमसोनोवा की। 39 साल की झन्ना की कथित तौर पर कई वर्षों तक पूरी तरह से कच्चे शाकाहारी आहार पर रहने के बाद भूख से मृत्यु हो गई है। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, रूसी नागरिक अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अक्सर कच्चे फूड आइटम को बढ़ावा देती थीं। स्थानीय मीडिया आउटलेट की रिपोर्टों के अनुसार, महिला जो ऑनलाइन जन्ना डी'आर्ट गई थी, कथित तौर पर दक्षिण पूर्व एशिया में एक दौरे के दौरान चिकित्सा उपचार की मांग के बाद 21 जुलाई को उनकी मृत्यु हो गई।

दोस्त ने बताया इंफ्लुएंसर का हाल

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इंस्टाग्राम पोस्ट के अनुसार, सैमसोनोवा कम से कम एक दशक से पूरी तरह से शाकाहारी आहार का पालन कर रही थीं। कुछ महीने पहले श्रीलंका में, वह पहले से ही थकी हुई लग रही थी, सूजे हुए पैरों से लसीका निकल रहा था। तब एक दोस्त ने इलाज के लिए उनको घर भेज दिया। हालांकि, वह फिर से भाग गई। लेकिन जब दोस्त ने उनको फुकेट में देखा तो वो डर गया। उनके दोस्त ने बताया, ‘मैं उससे एक मंजिल ऊपर रहता था और हर दिन मुझे सुबह उनका निर्जीव शरीर मिलने का डर रहता था। मैंने उनको इलाज कराने के लिए मनाया, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाई।’

 

सिर्फ 'रॉ फूड डाइट' लेती थीं सैमसोनोवा

सैमसोनोवा की मा ने कहा कि उनकी बेटी की मृत्यु हैजा जैसे संक्रमण से हुई। हालांकि, मौत का आधिकारिक कारण सामने नहीं आया। उनकी मां ने वेचेर्नया कजान को बताया कि उनका मानना ​​है कि सैमसोनोवा थकावट और पूर्ण शाकाहारी आहार से उनके शरीर पर पड़ने वाले तनाव का शिकार हो गई थीं। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, एक करीबी दोस्त ने कहा कि पिछले सात साल से उन्होंने केवल मीठा कटहल और ड्यूरियन खाया था, जो अपने कस्टर्ड मांस और हानिकारक गंध के लिए जाना जाता है।

सैमसोनोवा ने अपनी डाइट के बारे में बताते हुए कहा था कि मैं हर दिन अपने शरीर और दिमाग को बदलते हुए देखती हूं। मैं अपने नए रूप से प्यार करता हूं और कभी भी उन आदतों की ओर नहीं बढ़ती हूं जो मैं इस्तेमाल करता थी।' आपको बता दें, सैमसोनोवा हमेशा सोशल मीडिया पर रॉ फूड डाइट का सिद्धांत दुनियाभर में फैलाने के लिए काम कर रही थीं।

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