सार

lung cancer day 2023: हर साल 1 अगस्त को दुनिया भर में वर्ल्ड लंग्स कैंसर डे(World lung cancer day 2023) मनाया जाता है। फेफड़ों के कैंसर के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए जानें इसके कारण, लक्षण और ट्रीटमेंट।

हेल्थ डेस्क: फेफड़ों का कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिससे हर साल दुनियाभर में कई मौतें होती हैं। फेफड़ों का कैंसर दुनिया भर में सबसे आम कैंसरों में से एक बना हुआ है, जो हर साल स्तन, बृहदान्त्र और प्रोस्टेट कैंसर की तुलना में अधिक लोगों की जान लेता है। इसी को देखते हुए हर साल 1 अगस्त को दुनिया भर के लोग वर्ल्ड लंग्स कैंसर डे(World lung cancer day 2023) मनाते हैं। इसका उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दे के रूप में फेफड़ों के कैंसर के लिए जागरूकता को बढ़ावा देने के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण देखभाल, स्क्रीनिंग, शीघ्र पता लगाना, उपचार और देखभाल सहित कई चीजों को मजबूत करना है।

Lung Cancer Symptoms: फेफड़ों के कैंसर के लक्षण

  • खून के साथ खांसी या जंग के रंग वाला बलगम
  • वजन में कमी और भूख की कमी
  • सामान्य तौर पर कमजोरी व बिना किसी कारण के वजन कम होना
  • सांस लेने में दिक्कत होना
  • सीने में दर्द- गहरी सांस लेने या खांसी होने पर बढ़ जाता है
  • आवाज में बदलाव जैसे कर्कशपन
  • बार-बार सिरदर्द होना
  • हड्डी में दर्द, खासकर पसलियों में
  • चेहरे, गर्दन या बाहों में सूजन

फेफड़ों में संक्रमण के कारण 

  1. फेफड़ों के संक्रमण का मुख्य कारण फेफड़ों की बीमारियों जैसे ब्रोंकाइटिस, निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस होती हैं। 
  2. आमतौर पर वायरस और बैक्टीरिया संक्रमण के मुख्य दोषी हैं। 
  3. ब्रोंकाइटिस विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया की वजह से हो सकता है, जैसे: इन्फ्लुएंजा वायरस और अन्य रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस।
  4. स्मोकिंग और तंबाकू का सेवन फेफड़ों के कैंसर का प्रमुख कारण है।
  5. धूम्रपान न करने वाले लोगों में भी फेफड़ों का कैंसर रेडॉन, सेकेंड हैंड धुएं, वायु प्रदूषण या अन्य कारकों के संपर्क में आने के कारण हो सकता है।
  6. कुछ परिवारों मे फेफड़े के कैंसर के इतिहास में जीन एक भूमिका निभाता हैं। ऐसे में वंशानुगत (इन्हेरिटेड) जीन बदलाव की इसकी वजह होते हैं।
  7. फेफड़ों के कैंसर के कुछ जोखिम कारण फेफड़ों की कोशिकाओं के डीएनए में कुछ बदलाव भी हो सकते हैं। असामान्य कोशिका वृद्धि कभी-कभी कैंसर भी हो सकता है।

फेफड़ों में संक्रमण का उपचार

  • एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल) या इबुप्रोफेन (एडविल) दवाई लेना 
  • पर्याप्त नींद लें और खूब पानी पिये 
  • शहद या अदरक की चाय बहुत आराम देती है 
  • नमक के पानी से गरारे करें 
  • हवा में नमी बनाये रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें 
  • सिर्फ डॉक्टर द्वारा लिखी दवाई ही लें

आपको डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए? 

यदि सही उपचार ना किया जाये तो फेफड़ों में संक्रमण जानलेवा भी हो सकता है। आपको तीन सप्ताह से अधिक खांसी है, और इसके कारण आपको सांस लेने में कठिनाई होती है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जा कर उचित इलाज लेना चाहिए।

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