Water Birth Benefits and Risks: वॉटर बर्थ में मां और बच्चा दोनों शांतिपूर्ण अनुभव करते हैं। गर्म पानी तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। ऐसे में डिलीवरी के दौरान प्रेग्नेंट स्त्री के लिए प्रसव प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है।
हेल्थ डेस्क: वॉटर बर्थ का ट्रेंड आजकल बढ़ता जा रहा है। वॉटर बर्थ यानि हाइड्रोथेरेपी बच्चे को जन्म देने की एक प्राकृतिक बर्थिंग विधि है। इसमें मां अपने बेबी को गर्म पानी के टब या कुंड में जन्म देती है। ऐसा बताया जाता है कि यह लेबर पेन के साथ-साथ प्रसव के दौरान मां और बच्चे को आने वाली परेशानियों के लिए अधिक शांत और आरामदेह वातावरण प्रदान करता है।
वॉटर बर्थ के कई फायदे
दरअसल वॉटर बर्थ के कई फायदे हैं। टब में मौजूद गर्म पानी मां की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है, जिससे प्रसव पीड़ा और कम परेशानी होती है। पानी का दबाव मां के वजन को सहारा देने में भी मदद करता है, जिससे जॉइंट और स्पाइन पर दबाव कम पड़ता है। इसका बड़ा फायदा ये है कि मां प्रसव के दौरान कई तरह की अलग-अलग स्थितियों में आसानी से मूव कर सकती है, इससे प्रसव प्रक्रिया को गति देने में मदद मिलती है। भारत में अस्पताल के आधार पर वॉटर बर्थ की लागत 80,000 से 1,50,000 तक बताई जाती है।
वॉटर बर्थ में सबसे बड़ा खतरा क्या है?
वॉटर बर्थ वैसे मां और बच्चे दोनों के लिए अधिक शांतिपूर्ण अनुभव हो सकता है। गर्म पानी तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। ऐसे में डिलीवरी के दौरान प्रेग्नेंट स्त्री के लिए प्रसव प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है। साथ ही गर्म पानी प्रसव के दौरान जटिलताओं के जोखिम को कम करने में भी मदद करते हुए उच्च रक्तचाप या भ्रूण संकट को कम करता है। हालांकि वॉटर बर्थ से जुड़े कुछ जोखिम भी हैं। जैसे अगर टब का पानी सही से मेंटेन नहीं किया गया तो इंफेक्शन का खतरा होता है। साथ ही डिलीवरी के दौरान बच्चे द्वारा पानी इनहेल करने का भी खतरा होता है, जिससे तुरंत सांस की समस्या आ सकती है।
वॉटर बर्थ के लिए ध्यान रखें जरूरी बातें
यह निर्धारित करने के लिए कि क्या वॉटर बर्थ आपके लिए सही विकल्प है, हमेशा पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। आपका डॉक्टर आपके जोखिमों और लाभों का आकलन करने में आपकी मदद कर सकता है।
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