
अक्सर जो लोग घर के बाहर जूते पहनते हैं, वही घर के अंदर भी पहने रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर के बाहर पहने जाने वाले जूते अगर घर के अंदर भी पहने जाएं, तो इससे आपकी हेल्थ को कई नुकसान पहुंच सकते हैं। इस बारे में अक्सर लोग बारीकी से नहीं सोचते। लेकिन डॉक्टर एड्रियन इस बारे में चेतावनी देते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर जूते में ऐसी क्या समस्या होती है, जो आपके घर को गंदा बना सकते हैं और आपको बीमारी कर सकते हैं।
अगर बाहर के जूते आप घर के अंदर पहन के आते हैं, तो उसे सबसे ज्यादा खतरा घर के छोटे बच्चों को होता है। जूते न सिर्फ फुटपाथ से कीटनाशक, शौचालय से बैक्टीरिया और यहां तक की शहरी प्रदूषण को भी अपने साथ लेकर आते हैं। एक स्टडी में पाया गया है कि 96% जूते में ई कोली नाम का बैक्टीरिया होता है, जो इंटेस्टाइन में इंफेक्शन पैदा कर यूरिन संबंधी समस्याओं को पैदा करता है। घर के छोटे बच्चे फर्श में खेलते हैं और जमीन को छूते हैं। यह इस तरह से कीटाणु बच्चों को अपना शिकार बनाते हैं। जो लोग फर्श पर नंगे पैर घर में चलते हैं, तो यह बैक्टीरिया पैरों के माध्यम से बिस्टर तक जाते हैं। अब आप समझ ही सकते होंगे कि कैसे बाहर के जूते घर वालो को बीमार कर सकते हैं।
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स्टडी में ये बात सामने आ चुकी है कि 40 प्रतिशत से अधिक जूतों में सीसा, कैडमियम और क्रोमियम सहित जहरीली धातुएं हो सकती हैं। जाने अनजाने अगर लोगों का आना जाना प्रदूषण वाली जगहों से होता है तो टॉक्सिक कैमिकल घर तक पहुंच जाते हैं। ई. कोलाई गर्म और नमी वाले घरेलू माहौल में तेजी से पनपता है। यह बैक्टीरिया फर्श पर कई हफ्तों तक एक्टिव रह सकता है। घर में ज्यादातर लोग नंगे पैर रहते हैं जिसके कारण बैक्टीरिया एक जगह से दूसरी जगह फैल जाता है। घर में शिशु, बुजुर्ग और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों इस कारण से तेजी से इंफेक्शन फैल सकता है। तो अगली बार जब गीले जूते, गंदे पानी और सीवेज के बैक्टीरिया से भरी मिट्टी जूतों में लग जाए, तो उन्हें घर के अंदर न पहनें।
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