विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस पर जानें ब्रेन ट्यूमर के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय। समय पर पहचान और इलाज से संभव है राहत।
हर साल 8 जून को विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस (World Brain Tumour Day) मनाया जाता है ताकि लोगों में इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके। आइए जानते हैं ब्रेन ट्यूमर क्यों होता है, इसके लक्षण क्या हैं और समय रहते कैसे इसका बचाव किया जा सकता है। ब्रेन ट्यूमर एक गंभीर बीमारी है लेकिन समय पर पहचान और इलाज से राहत पाना संभव है। यदि आपको उपरोक्त कोई लक्षण महसूस हों, तो बिना देर किए न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें। World Brain Tumour Day का उद्देश्य भी यही है कि लोग जागरूक हों और समय रहते सतर्क हो जाएं।
क्या होता है ब्रेन ट्यूमर?
ब्रेन ट्यूमर एक तरह की असामान्य कोशिका वृद्धि (abnormal cell growth) है जो मस्तिष्क या उसके आसपास के ऊतकों में होती है। यह ट्यूमर सौम्य (benign) या घातक (malignant) हो सकता है।
ब्रेन ट्यूमर के कारण (Causes of Brain Tumor)
ब्रेन ट्यूमर के मुख्य कारण अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन वैज्ञानिकों ने कुछ जोखिम कारक पहचाने हैं:
जेनेटिक म्यूटेशन (Genetic Mutations): डीएनए में बदलाव से कोशिकाएं तेजी से बढ़ने लगती हैं।
रेडिएशन एक्सपोजर: सिर पर रेडिएशन थेरेपी का पुराना इतिहास या वातावरण में आयनाइजिंग रेडिएशन के संपर्क में आना।
परिवार में इतिहास: अगर किसी करीबी सदस्य को ब्रेन ट्यूमर रहा है तो खतरा बढ़ सकता है।
उम्र: ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन कुछ प्रकार बच्चों और कुछ बुजुर्गों में अधिक पाये जाते हैं।
इम्यून सिस्टम विकार: जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उनमें भी जोखिम अधिक होता है।
खतरनाक रसायनों से संपर्क: जैसे– पेट्रोलियम पदार्थ, कीटनाशक, या भारी धातु।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण (Symptoms of Brain Tumor)
ब्रेन ट्यूमर का असर उसकी लोकेशन, आकार और गति पर निर्भर करता है। आम लक्षणों में शामिल हैं: