सार

Epilepsy symptoms causes and treatment: सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और यूट्यूबर एनाबेले हैम की 22 साल की उम्र में 'मिर्गी का दौरा' पड़ने से मौत हो गई है। मिर्गी क्या है? जानें इसके लक्षण, कारण और ट्रीटमेंट।

हेल्थ डेस्क: मशहूर यूट्यूबर एनाबेल हैम की महज 22 साल की उम्र में मौत हो गई। इस खबर ने सभी सोशल मीडिया सेंसेशन को हिला कर रख दिया है। हर कोई इस वक्त सिर्फ अमेरिका की यूट्यूबर एनाबेल हैम की बात कर रहा है। यूट्यूबर की मौत की वजह मिर्गी का दौरा बताई जा रही है। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और यूट्यूबर एनाबेले हैम की 22 साल की उम्र में 'मिर्गी का दौरा' पड़ने से मौत हो गई है। एनाबेले लंबे समय से मिर्गी से जूझ रही थीं और इसको लेकर उन्होंने जागरूकता फैलाने का भी काम किया था। आखिर क्या है मिर्गी के लक्षण और कैसे होती है यह बीमारी?

What is Epilepsy: मिर्गी क्या है?

यह एक मानसिक बीमारी या मेन्टल रेटार्डेशन है। यह बीमारी संक्रामक नहीं है। कभी-कभी हाई इंटेंसिटी के दौरे इसके मरीज के मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकता है और इससे मौत भी हो सकती है। मिर्गी के होने के कारण तो अभी तक स्पष्ट नहीं है पर अधिकतर यह सिर पर चोट लगने की वजह से, कोई घाव या ट्यूमर, कभी कभी ये वंशानुगत भी हो सकती है, पर ऐसा बिलकुल नहीं है की यह किसी के छुने या हवा के जरिये फैल जाये।

Symptoms of Epilepsy: मिर्गी के लक्षण

  • ब्लैकआउट या मेमोरी लॉस होना
  • कुछ समय के लिए कुछ भी याद नहीं रहना
  • बिना किसी कारण के स्तब्ध रह जाना
  • अचानक खड़े-खड़े गिर जाना
  • शरीर में झुनझुनी और सनसनी होना
  • लगातार ताली बजाना या हाथ रगड़ना
  • चेहरे, गर्दन और हाथ की मांसपेशियों में बार-बार झटके आना
  • छूने, सुनने या सूंघने की क्षमता में अचानक बदलाव आना
  • कुछ अंतराल में बेहोश होना
  • अचानक गुस्सा होना और चक्कर आना
  • बार-बार दौरा पड़ना

Causes of Epilepsy: मिर्गी के कारण

  1. आनुवंशिक कारण
  2. सिर पर घातक चोट लगना
  3. ब्रेन ट्यूमर या सिस्ट होना
  4. मनोभ्रंश या अल्जाइमर रोग
  5. अत्यधिक शराब या नशीली दवाओं का सेवन
  6. ब्रेन स्ट्रोक
  7. शिशु के जन्म के दौरान मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी होना
  8. जन्म से मौजूद तंत्रिका संबंधित रोग

Treatment of Epilepsy: मिर्गी का इलाज

एंटी एपिलिप्टिक दवाएं: ये दवाएं आपके पीड़ित के दौरे की संख्या को कम कर सकती हैं। दवाओं का असर ज्यादा हो उसके लिए जरूरी है की जैसे दवाएं prescribe की गयी हैं वैसे ही ली जाएं।

मस्तिष्क सर्जरी: मस्तिष्क का क्षेत्र जो दौरे पड़ने का कारण बनता है उसे हटाया जा सकता है या बदला जा सकता है।

वेगस नर्व स्टिमुलेटर: यह उपकरण सर्जरी के लिए प्रयोग होता है जिसे छाती पर त्वचा के नीचे रखा जाता है। इसे शल्य चिकित्सा द्वारा छाती पर पर त्वचा के नीचे लगाकर बिजली द्वारा गर्दन से होते तंत्रिका को उत्तेजित किया जाता है।

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