क्या आप भी 40% महिलाओं में से एक हैं जिन्हें Female Sexual Dysfunction है? जानिए 3 चेतावनी संकेत

Published : Sep 19, 2025, 12:51 PM IST
Women Health

सार

Women Health: 40% महिलाएं Female Sexual Dysfunction (FSD) से जूझती हैं। इसमें लो सेक्स ड्राइव, ऑर्गैज़्म की समस्या और पेनफुल सेक्स शामिल हैं। सही डाइट, सप्लीमेंट और थेरेपी से इसे मैनेज किया जा सकता है।

क्या आपके लिए भी यौन क्रीड़ा दर्दनाक हो गया है,या फिर आपको अब इसकी इच्छा नहीं होती है, या शायद ऑर्गेज्म तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। अगर ऐसा है, तो यह फीमेल सेक्सुअल डिस्फंक्शन (FSD) हो सकता है। इस यौन समस्या से करीब 40 % महिलाएं प्रभावित हैं। हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि FSD अक्सर हार्मोनल बदलाव, मेंटल हेल्थ, रिश्तों की समस्याओं या अन्य शारीरिक कारणों से होता है। इसलिए यह समझना जरूरी है कि इसके संकेत क्या हैं और इन्हें समय रहते कैसे ठीक किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं, डिटेल में।

सेक्स ड्राइव का कम होना

महिलाओं में सबसे आम समस्या है यौन क्रीड़ा की इच्छा का कम हो जाना। रिसर्च बताती है कि कई महिलाएं यह मानती हैं कि वे इसका का आनंद उतना नहीं ले पातीं जितना उन्हें लेना चाहिए। इसका कारण तनाव, डिप्रेशन, थकान, गलत खानपान, ज्यादा एक्सरसाइज या दवाइयों (जैसे एंटीडिप्रेसेंट और बर्थ कंट्रोल पिल्स) का असर हो सकता है। गर्भावस्था, स्तनपान और मेनोपॉज जैसी स्थितियां भी हार्मोनल बदलाव के कारण सेक्स ड्राइव को प्रभावित कर सकती हैं।

उपाय: अच्छी नींद लेना, बैलेंस डाइट लेना और स्ट्रेस मैनेजमेंट करना बहुत मददगार हो सकता है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से ब्लड टेस्ट कराएं ताकि यह पता चल सके कि कहीं आपको विटामिन D, B12, आयरन या फोलेट की कमी तो नहीं। इसके अलावा, रिलेशनशिप से जुड़ी समस्याओं के लिए थेरेपी भी असरदार होती है।

ऑर्गेज्म तक न पहुंच पाना

कई महिलाएं बताती हैं कि उन्हें यौन क्रीड़ा के दौरान ऑर्गेंज्म पाने में मुश्किल होती है। सामान्य रूप से हर बार ऑर्गेंज्म न होना चिंता की बात नहीं है, लेकिन अगर यह समस्या अचानक बढ़ जाए तो यह FSD का संकेत हो सकता है। यह दवाइयों (जैसे एंटीडिप्रेसेंट या हार्मोनल पिल्स), पोषण की कमी या हार्मोनल असंतुलन की वजह से हो सकता है।

उपाय: दवाइयों की जांच के लिए डॉक्टर से सलाह लें और जरूरत पड़ने पर विटामिन D, मैग्नीशियम और B-विटामिन जैसे सप्लीमेंट लें। सर्दियों में विटामिन D की कमी ज्यादा होती है, इसलिए इसका सेवन खासतौर पर जरूरी है।

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यौन क्रीड़ा का दर्दनाक होना

अगर यौन क्रीड़ा के दौरान या बाद में दर्द महसूस होता है, तो इसे नजरअंदाज न करें। इस समस्या को मेडिकल भाषा में Dyspareunia कहा जाता है। इसके कारण हो सकते हैं –

  • संक्रमण
  • पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID)
  • एंडोमेट्रियोसिस
  • ओवरी में सिस्ट
  • हार्मोनल बदलाव
  • पर्याप्त लुब्रिकेशन का न होना।

उपाय: सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें। सही इलाज से समस्या जल्दी ठीक हो सकती है। कई बार लुब्रिकेंट्स, ज्यादा फोरप्ले, पोजिशन बदलना या पार्टनर से खुलकर बात करना भी दर्द को कम कर देता है।

डाइट में ओमेगा-3 से भरपूर चीजें जैसे मछली, अलसी और अखरोट शामिल करें। साथ ही प्रोबायोटिक फूड्स (दही, अचार, किमची) और मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ (पालक, बीज, नट्स) भी योनि की सेहत सुधारते हैं और मसल्स को रिलैक्स करते हैं। खूब पानी पिएं, फ्लैक्ससीड्स जैसी चीजें खाएं, जिनमें फाइटोएस्ट्रोजेन होता है। यह हार्मोनल बैलेंस बनाए रखता है और मेनोपॉज में होने वाली ड्राइनेस को कम करता है।

कब डॉक्टर से मिलना जरूरी है?

अगर यौन क्रीड़ा के दौरान बार-बार दर्द हो, खून आए, असामान्य डिस्चार्ज हो या गांठ महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ये कभी-कभी गंभीर बीमारियों जैसे गाइनाकोलॉजिकल कैंसर का भी संकेत हो सकते हैं। शर्म या झिझक की वजह से इस समस्या को छुपाना सही नहीं है।

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