
World Lung Day 2025: हर साल 25 सितंबर को वर्ल्ड लंग डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का खास उद्धेश्य लोगों को फेफड़ों की जानकारी से अवगत कराना है। ज्यादातक लोग फेफड़ों की बीमारी को लेकर अवेयर नहीं होते हैं। ऐसे में इस खास दिन पर लोगों को फेफड़ों से संबंधित समस्या के बारे में बताया जाता है। ऐसे कई प्रश्न लंग्स से जुड़े हैं, जिनके बारे में लोगों को गलत जानकारी है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ मिथ और उससे जुड़े फैक्ट के बारे में।
1.मिथक: सांस की बीमारी होने पर व्यायाम बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
फैक्ट: अक्सर लोग मानते हैं कि अगर सांस की बीमारी है, तो व्यायाम करने से समस्या और बढ़ जाएगी लेकिन यह सच नहीं है। आप डॉक्टर से जानकारी लेने के बाद कुछ व्यायाम कर सकते हैं, जिससे आपको किसी भी तरीके की समस्या नहीं होगी। वार्म करने के बाद ही व्यायाम शुरू करें और साथ में इनहेलर जरूर रखें। आपको ऐसे में ठंडी या शुष्क हवा से परेशानी होती है, तो इनडोर व्यायाम करने का प्रयास करें।
2.मिथक: स्मोकिंग छोड़ने के बाद फेफड़ों की हेल्थ को ठीक नहीं किया जा सकता।
फैक्ट: अक्सर लोग कहते हैं कि, जो लोग स्मोकिंग करने के बाद छोड़ देते हैं, उनके फेफड़े धीरे-धीरे खराब हो जाते हैं। लेकिन यह बिल्कुल सही नहीं है। अगर किसी व्यक्ति ने स्मोकिंग छोड़ दी है और लाइफस्टाइल में सुधार किया है, तो धीरे-धीरे कुछ ही सालों बाद फेफड़ों की कार्यक्षमता भी बढ़ जाएगी।
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3.मिथक: सिर्फ स्मोकिंग करने से ही फेफड़े का कैंसर होता है।
फैक्ट: अक्सर लोगों के मन में यह बात रहती है कि, जो लोग स्मोकिंग करते हैं उन्हें ही लंग कैंसर होता है। जबकि यह बात बिल्कुल भी सही नहीं है। लंग कैंसर पैसिव स्मोकिंग, धूल, जेनेटिक कारणों से भी हो सकता है। लेकिन स्मोकिंग कैंसर का बड़ा कारण है।
4. मिथक: सांस फूलने का संबंध दमा से ही होता है।
फैक्ट: अगर किसी व्यक्ति की सांस फूल रही है, तो यह बिल्कुल जरूरी नहीं है कि उसे अस्थमा है। कई बार मोटापे, हार्ट डिसीज, लंग में इन्फेक्शन या फिर एनीमिया के कारण भी सांस लेने में दिक्कत होती है। डॉक्टर से जांच कराने के बाद ही सही कारणों का पता चलता है।
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