4 Yogasanas For Better Sleep: नींद की समस्या से परेशान हैं और रात में सो नहीं पाते हैं तो योगासन करें। जानें अच्छी नींद के लिए बेस्ट हैं ये 4 योगासन।
हेल्थ डेस्क: अच्छी नींद हर कोई लेना चाहता है। रात की अच्छी नींद हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। हालांकि, बहुत से लोग नींद न आने की समस्या से जूझते हैं, जिससे पूरे दिन बेचैनी और थकान बनी रहती है। आज हम आपको नींद की गुणवत्ता में सुधार करने और अधिक आसानी से सो जाने में मदद करने के लिए पांच योगासन बताने वाले हैं, जो कि आपकी इस समस्या का समाधान करेंगे। जी हां, अगर नींद की समस्या से परेशान हैं और रात में सो नहीं पाते हैं तो योगासन करें। मात्र 15 मिनट आप सोने से पहले योगासन करके नींद की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं और अपने स्लीपिंग हार्मोन को भी बढ़ा सकते हैं। जानें अच्छी नींद के लिए बेस्ट हैं ये 4 योगासन।
1. बालासन
बालासन करने के लिए घुटने मोड़कर एड़ियों पर कम्फर्टेबल बैठें। इसके बाद सांस अंदर खींचकर घुटनों को फैलाकर आगे की ओर झुकें और अपने सिर को दोनों घुटनों के बीच रखकर सांस छोड़ दें। इसके बाद अपने दोनों हाथों को सामने की तरफ फैला लें। इस मुद्रा में लगभग 30 सेकेंड तक बने रहें।
2. विपरीत करणी
विपरीत करणी आसन करने के लिए सबसे पहले आपको दीवार की तरफ मुंह करके पीठ के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को ऊपर उठाएं और दीवार पर रखें, इसके बाद 90 डिग्री के एंगल में कम्फर्टेबल हो जाएं तो कूल्हों के नीचे एक कुशन रख लें और इसी मुद्रा में लगभग पांच मिनट कर बने रहें।
3. बद्धकोणासन
बद्धकोणासन को तितली आसन भी कहा जाता है। इसमें घुटनों, प्राइवेट पार्ट्स और जांघों के भीतरी हिस्सों में अच्छा खिंचाव मिलता है। अपनी दोनों हथेलियों से पैरों के पंजों को पकड़ना है और पंजों को ऊपर की तरफ मोड़ना है। आंखें बंद करके इस मुद्रा में लगभग 30 सेकेंड तक बने रहें।
4. शवासन
शवासन करने के लिए पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों के बीच एक फीट की दूरी पर फैला लें। अब पैरों के पंजे की तरफ शरीर को ढीला छोड़ते हुए आराम से सांस लें और पूरा शरीर ढीला छोड़ दें। इस आसन से आपकी तंत्रिका तंत्र शांत होती है और सभी मांसपेशियों को आराम मिलता है।
दिनचर्या में करें 2 खास बदलाव
नींद का सर्कल स्थापित करें
अपनी नींद के पैटर्न को सही करने के लिए एक शेड्यूल तय करें। हर दिन एक ही समय पर बिस्तर पर जाने और उठने का लक्ष्य रखें, यहां तक कि सप्ताहांत पर भी। यह अभ्यास आपके शरीर की बॉडी क्लॉक को सही करने में मदद करता है, जिसे सर्कैडियन लय कहते हैं। जब आप नियमित नींद-जागने के चक्र को बनाए रखते हैं, तो आपका शरीर स्वाभाविक रूप से संकेत देगा कि सोने और जागने का समय कब है। समय के साथ, इससे आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार होगा और झपकी लेना आसान हो जाएगा।
सोने के समय की आरामदायक दिनचर्या बनाएं
सोने से पहले, अपने शरीर को संकेत देने के लिए एक दिनचर्या बनाएं कि यह आराम करने का समय है। जैसे किताब पढ़ना, हल्के व्यायाम करना, गर्म स्नान करना या ध्यान करना जैसी एक्टिविटी करें। सोने के समय की एक सुसंगत दिनचर्या स्थापित करके, आप अपने शरीर के लिए एक मनोवैज्ञानिक संकेत तैयार करेंगे कि यह आराम करने और सोने के लिए तैयार होने का समय है।
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