जैसे-जैसे कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है, लोग इससे खौफ महसूस करने लगे हैं। सबसे ज्यादा समस्या लोगों को घरों में बंद रहने से हो रही है। वे चिंता, तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं के शिकार हो रहे हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क। जैसे-जैसे कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है, लोग इससे खौफ महसूस करने लगे हैं। सबसे ज्यादा समस्या लोगों को घरों में बंद रहने से हो रही है। वे चिंता, तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं के शिकार हो रहे हैं। पहले जो लोग अपनी सोसाइटी में बाहर निकल कर पार्कों में सुबह-शाम थोड़ा टहल लेते थे और परिचितों-पड़ोसियों से बातचीत कर लेते थे, उन्हें अब पुलिस बाहर निकलने से रोक रही है। लोगों को जरूरी सामानों की किल्लत भी हो रही है। लगातार टीवी और सोशल मीडिया पर कोरोना से जुड़ी खबरों को पढ़ने से भी वे दहशत महसूस कर रहे हैं। लॉकडाउन में लोगों की मानसिक समस्याएं बढ़ रही हैं, इसे लेकर इंडियन साइकियाट्रिक सोसाइटी ने भी चिंता जाहिर की है। भारत में काफी लोग पहले से ही मानसिक समस्याओं के शिकार हैं। यहां मानसिक चिकित्सकों और हेल्थ वर्कर्स की भी कमी है। बहरहाल, इस संकट का सामना करने के लिए हर व्यक्ति को खुद ही तैयार होना होगा। जानें कुछ टिप्स।
1. सोशल मीडिया से बनाएं दूरी
अभी सोशल मीडिया पर ज्यादातर खबरें कोरोना से ही संबंधित आ रही हैं। इसके साथ ही तरह-तरह के पोस्ट और वीडियो भी डाले जा रहे हैं, जिनमें सच्चाई कम ही होती है। कई फर्जी वीडियो डाले जाते हैं। कोरोना को लेकर कुछ ऐसे दावे किए जाते हैं, जिनमें कोई सच्चाई नहीं होती। इससे नेगेटिविटी बढ़ती है। इसलिए सोशल मीडिया पर ज्यादा समय नहीं दें।
2. घर में ही मूवमेंट करें
आप बाहर नहीं निकल सकते, लेकिन घर में एक जगह बैठे या लेटे नहीं रहें। छत पर टहलें। अगर छत या आंगन नहीं हो तो कमरे में ही टहलें। बिना किसी काम के लेटे रहने से भी मन में बुरे ख्याल आते हैं। इसलिए यहां-वहां टहलते रहें। फिजिकल मूवमेंट होने से दिमाग में नकारात्मक विचार कम आते हैं।
3. एक्ससाइज और योग में दे समय
लॉकडाउन के दौरान एक्सरसाइज और योग करने में ज्यादा समय दें। एक्सरसाइज से जहां फिजिकल फिटनेस बनी रहेगी, वहीं योग से मानसिक शांति मिलेगी। प्राणायाम जरूर करें। इससे शरीर के साथ मन में भी ऊर्जा का प्रवाह होता है। प्राणायाम करने से आप बेहतर महूसस करेंगे।
4. सकारात्मक सोच बनाए रखें
दुनिया में एक से एक बड़े संकट आते हैं और चले जाते हैं। इसलिए हमेशा सकारात्मक सोच बनाए रखें। इसमें कोई दो राय नहीं कि कोरोना का संकट एक बहुत बड़ी चुनौती है, लेकिन आज विज्ञान और तकनीक का इतना विकास हो गया है कि जल्द ही इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। इसलिए डरने और खौफ में आने की कोई जरूरत नहीं है।
5. काउसंलर से फोन पर सलाह लें
ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो पहले से ही मानसिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। इस दौरान उनकी समस्या ज्यादा बढ़ सकती है। ऐसी भी कुछ खबरें सामने आ रही हैं कि लोग इतने खौफ में आ गए कि उन्होंने आत्महत्या कर ली। जो पहले से काफी डिप्रेशन में हैं, वे ऐसा घातक कदम उठा सकते हैं। इसलिए उन पर हमेशा नजर रखने की जरूरत होती है। जो लोग ज्यादा परेशानी महसूस कर रहे हों, वे फोन पर मनोचिकित्सकों या काउंसलरों से मदद ले सकते हैं।