पिता को क्या करना चाहिए
आचार्य चाणक्य के अनुसार पिता का कर्तव्य है कि वह अपने बेटे को हमेशा अच्छे गुणों और अच्छे कामों के लिए प्रेरित करे। हालांकि, उसे समाज में अपने बेटे की तारीफ करने से बचना चाहिए। आचार्य चाणक्य का मानना है कि ऐसा करना खुद की तारीफ करने जैसा है, जो आपको लोगों के बीच हंसी का पात्र बनाता है।