आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने रविवार सुबह रीवा में एक टाइमकीपर के ठिकानों पर छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान उसके पास से करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ। अब तक उसके पास करोड़ों रुपए की संपत्ति के दस्तावेज निकल चुके हैं। वहीं चार गाड़ियां और नौ संपत्तियों के रिकॉर्ड भी मिले हैं।
भोपाल. (मध्य प्रदेश). आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने रविवार सुबह रीवा में एक टाइमकीपर के ठिकानों पर छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान उसके पास से करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ। अब तक उसके पास करोड़ों रुपए की संपत्ति के दस्तावेज निकल चुके हैं। वहीं चार गाड़ियां और नौ संपत्तियों के रिकॉर्ड भी मिले हैं। वहीं 8 से 10 बैंक खातों की पासबुक मिल चुकी हैं। फिलहाल अभी कार्रवाई जारी है।
दरबाजे पर पहुंची टीम तो उड़ गई परिवार की नींद
दरअसल, आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की 25 से 30 लोगों की टीम रविवार सुबह 5 बजे लोक निर्माण विभाग के टाइम कीपर पन्नालाल शुक्ला (61) के घर माढ़ा रघुवर गांव में छापा मारा। बताया जाता है कि उस वक्त पूरा परिवार सोया हुआ था। ईओडब्ल्यू की टीम के करीब दो दर्जन से ज्यादा लोग जब उनके दरबाजे पर पहुंचे तो सभी की नींद उजड़ गई। सभी लोगों को एक जगह एकत्रित कर उनके मोबाइल अपने कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू की गई।
टाइम कीपर काली कमाई कर बन गया करोड़पति
निरीक्षक प्रवीण चतुर्वेदी ने बताया कि टाइम कीपर पन्नालाल शुक्ला के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार से काली कमाई को लेकर पहले कई बार शिकायत आ चुकी थी। आवेदन का सत्यापन कराया तो शिकायत सही पाई गई। इसके बाद पूरी योजना बनाकर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई।
करोड़ों की संपत्ति दख अधिकारी भी हैरान
अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि पन्नालाल शुक्ला लोक निर्माण विभाग उप संभाग मऊगंज में टाइप कीपर के पद पर पदस्थ है। वह पिछले 35 साल से नौकरी कर रहा है, अब तक उसको टोटल 40 लाख रुपए वेतन में मिले हैं। अब जब कार्रवाई की गई तो पता चला कि एक छोटे से कर्मचारी के पास से आखिर करोड़ों की संपत्ति कहां से आई।
जांच के दौरान टीम को मिली इतनी संपत्ति
बता दें कि छापेमारी टीम को टाइमकीपर के पास से गांव में 3600 वर्ग फीट में दो मंजिला मकान। जिसके अंदर लाखों रुपए का फर्नीचर का काम था। आज की तारीख में जिसकी कीमत करीब 50 लाख रुपए है। 8 बैंक खाते, दो पोस्ट ऑफिस में खाते, बैंक व बीमा पॉलिसी में 10 लाख, बोलेरो गाड़ी, 2 मोटर साइकिल, कई प्लाट और जमीन के दस्तावेज मिले हैं।