यूपी के एटीएस ने नक्सलियों के मददगार कपल को गिरफ्तार किया है। कपल पिछले 5 साल से भोपाल में अपनी पहचान बदलकर किराये से रह रहा था। मंगलवार को जब पुलिस ने कपल को कोर्ट में पेश किया, तो बाहर निकलते वक्त कपल ने इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए।
भोपाल। यूपी ATS ने सूचना के आधार पर शाहपुरा से इस कपल को गिरफ्तार किया है। दोनों नक्सली मूवमेंट को फंडिंग करते थे। दोनों को भोपाल की अदालत में पेश किया गया। वहां से ट्रांजिट रिमांड पर इन्हें लखनऊ ले जाया गया है। इनके पास से कुछ नक्सली साहित्य बरामद किए गए हैं। अभियुक्त ने कई फर्जी दस्तावेज बनवा रखे थे।
यह कपल शाहपुरा थाना क्षेत्र स्थित विकास कुंज का मकान नंबर 40 में पिछले पांच साल से किराए पर रह रहा था। यह मकान सिविल इंजीनियर श्रीनिवास सिंह का है। इन्होंने किरायेदार की जानकारी पुलिस को नहीं दी थी। लिहाज इनके खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। कपल यहां वर्षा उर्फ अनीता श्रीवास्तव और मनीष उर्फ अमित श्रीवास्तव के नाम से रह रहा था।
मनीष एक एनजीओ चलाता है। वर्षा कटारा हिल्स स्थित एक स्कूल में म्यूजिक टीचर है। इन्होंने 10 आधार कार्ड यूपी और मप्र के अलग-अलग पतों से बनवाए थे। भोपाल से पहले कपल का मूवमेंट गोरखपुर, इलाहाबाद, कानपुर, पटना, झारखंड, तेलंगाना और मप्र के दूसरे शहरों में रहा है। कपल प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से करीब 10 साल से जुड़े हैं। भाकपा माओवादी भूमिगत नक्सली संगठन है। 22 जून, 2009 को इसे आतंकवादी संगठन घोषित करते हुए प्रतिबंधित कर दिया गया था।
पुलिस को इनके पास से 10 फर्जी आईडी प्रूफ, 1 लाख 10 हजार 800 रुपए नगद, तीन लैपटॉप, सात मोबाइल फोन, 18 सिम, सात डोंगल, प्रतिबंधित पार्टी भाकपा माओवादी का मुख्य पत्र और एक चाइना में प्रकाशित बुक मिली है। आरोपियों ने एसबीआई में खाता खुलवा रखा था। मनीष मूलत: जौनपुर के ग्राम कुरनी का रहने वाला है।