मुसीबत में लोग किसी की मदद क्यों नहीं करते..खड़े-खड़े सिर्फ तमाशा क्यों देखते हैं? इस महिला के दिमाग में बार-बार यही सवाल आता है। एक लुटेरे ने उस पर हमला किया, लेकिन ज्यादातर लोग तमाशा देखते रहे। सिवाय एक छात्र के।
इंदौर, मप्र. अपनी बेटी को प्ले स्कूल से लेकर लौट रही एक महिला पर शुक्रवार को एक बदमाश ने कटर से हमला कर दिया। करीब 5 मिनट तक महिला बदमाश से जूझती रही, लेकिन उस वक्त कोई भी उसकी मदद को आगे नहीं आया। सिवाय 10वहीं के एक छात्र के। हालांकि बाद में जब बदमाश भागने लगा, तब जरूर लोगों ने पीछा करके उसे पकड़ लिया।
बदमाश बोला, चिल्लाना नहीं
32 साल की जया गुप्ता पत्नी युवराज बसरिया परस्पर नगर में रहती हैं। वे अपनी बेटी युविका को प्ले स्कूल से लेकर लौट रही थीं। तभी पीछे से एक बदमाश ने उन पर अटैक कर दिया। उसके हाथ में कटर था। उसने धमकाते हुए चुप रहने को कहा। इससे पहले कि महिला कुछ समझ पाती, बदमाश ने चेन लूटने के लिए हाथ आगे बढ़ाया। इस पर महिला ने विरोध किया। चेन को लेकर दोनों की तरफ से खींचातानी होने लगी। जब महिला मदद के लिए चिल्लाई, तो बदमाश ने कटर से गर्दन और हाथ पर कट मार दिए। महिला को खून निकलते देख उसकी मासूम बेटी जोर-जोर से रोने लगी। इस दौरान कई लोग वहां मौजूद थे, लेकिन वे मदद को आगे नहीं आए।
10वीं का छात्र बना हीरो
महिला को चिल्लाते देख वहां से गुजर रहे 10वीं के छात्र वेदांत तिवारी ने हिम्मत दिखाई। उसने लोगों को जुटाने चिल्लाना शुरू कर दिया। इसके साथ ही एक पत्थर उठाकर बदमाश को दे मारा। इस दौरान वहां कुछ लोग मौजूद थे, लेकिन वे चुपचाप खड़े रहे। छात्र का पत्थर कंधे में लगते ही बदमाश घबरा गया। वो वहां से भागने लगा। इस दौरान वहां मौजूद एक दुकान के मालिक ने बदमाश का पीछा किया। बदमाश थोड़ी दूरी पर अपनी बाइक खड़ी करके आया था। छात्र और दुकानदार की हिम्मत देखने के बाद कुछ लोग और आगे आए और बदमाश को पकड़ लिया।
पकड़ा गया बदमाश अमित धार का रहने वाला है। कुछ समय पहले बदमाश एक सब्जी बेचने वाली कंपनी में काम करता था। उस पर कर्ज हो गया था। कर्ज उतारने ही उसने लूट की योजना बनाई थी।