मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से एक बड़े हादसे की खबर सामने आई है। जहां एक झोपड़ी में अचानक आग लगने से दो सगी बहनों की जलकर मौत हो गई। मासूमों की पहचान 4 साल की हिमांशी और 2 साल निव्या के रुप में हुई।
शिवपुरी (मध्य प्रदेश). गर्मी के दिनों में आग लगने से बड़े हादसे होते हैं। जहां जरा सी लापरवाही पर सब जलकर राख हो जाता है। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से भी एक ऐसा ही दिल दहला देने वाला अग्निकांड सामने आया है। जहां एक झोपड़ी में आग लगने से दो सगी बहनों की पूरी तरह जिंदा जलने से मौत हो गई। आग इतनी भयानक थी कि दोनों बाहर नहीं निकल सकीं। ना ही कोई उनको बचाने के लिए अंदर जा सका।
फूल सी बेटियां आग में जिंदा जल गईं
दरअसल, यह भीषण हादसा शिवपुरी जिले के नयागांव टीला-मजरा में रविवार शाम हुआ। जहां कृपाल सिंह लोधी के घर के पास एक घास की झोपड़ी बनी हुई थी। जिसके अंदर उसके और भाई के चार बच्चे खेल रहे थे। बाकी घरवाले काम पर गए हुए थे। जबकि महिलाएं घर का काम कर रही थीं। इसी दौरान झोपड़ी में आग लग गई। जिसके अंदर दोनों बेटी शिवांशी (4) और निव्या (2) की जलने से मौत हो गई।
आग इतनी भयानक कि चाहकर भी उन्हें नहीं बचा सके
बता दें कि दो भाईयों के चार बच्चे यानि चचेरे भाई-बहन इस झोपड़ी के अंदर खेल रहे थे। लेकिन आग लगने के कुछ देर पहले ही चचेरे भाई-बहन समीक्षा (3) और अभिजीत झोपड़ी के बाहर आ गए। तभी अचानक आग लग गई, और मासूमों की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि आग इतनी भयानक थी कि हम चाहकर भी उनको नहीं बचा सके। इस घटना के बाद से पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई। ग्रामीणों ने तत्काल दमकल और पुलिस को सूचना देकर बुलाया। हालांकि फायर टीम ने आग पर तो काबू पा लिया, लेकिन बच्चियों को नहीं बचा सके। क्योंकि जब तक गाड़ियां आईं तब तक मासूम जिंदा चल चुकी थीं।
पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
मामले की जानकारी लगते ही पुलिस और तहसीलदार पहुंचे। वहीं थाना प्रभारी गब्बर सिंह गुर्जर ने पूरी जानकारी लेते हुए बच्चियों के शव बरामद किए। उन्होंने कहा कि शुरूआती जांच में कहा जा रहा है कि यह आग शॉर्ट सर्किट से लगी होगी। वहीं पीड़ित पिता का कहना है आग किन कारणों से लगी, यह तो पता नहीं है, लेकिन मेरी बेटियां तो इसमें जल गईं। पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।