सार

घायलों को इलाज के लिए देवघर सदर अस्पताल भेजा गया है। जानकारी के मुताबिक हादसा तकनीकी खराबी के कारण हुई, जिसके बाद केबल कारों की टक्कर हुई और कई लोग वहां फंस गए। फिलहाल सभी को निकालने का काम जारी है।

देवघर :  झारखंड (Jharkhand) के सबसे ऊंचे रोपवे पर हुए हादसे में रेस्क्यू की कमान अब सेना ने अपने हाथों में संभाल ली है। भारतीय वायुसेना के 2 एमआई-17 हेलीकॉप्टर लोगों को बचाने में जुटे हैं। करीब 20 घंटे बाद अभी भी 48 लोग फंसे हुए हैं। हादसा रविवार शाम को उस वक्त हुआ जब त्रिकूट रोपवे की ट्रॉलियां आपस में टकरा गईं। कई लोग पहाड़ी पर फंस गए। थोड़ी देर बाद ही NDRF ने बचाव कार्य शुरू किया इसके बाद सेना की मदद ली गई। 

कैसे हुए हादसा
रविवार को रामनवमी (Ram Navami 2022) पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे थे। रोपवे के जरिए कई लोग आ-जा रहे थे कि तभी नीचे आते वक्त एक ट्रॉली ऊपर जा रही ट्रॉली से टकरा गई। इसके बाद रोपवे की तीन ट्रॉली के डिस्प्लेस होने और टकराने से ऊपर की ट्रॉलियां भी हिलने लगीं और पत्थरों में जाकर टकरा गई। इस हादसे में ट्रॉली में सवार लोग घायल हो गए। हादसे के वक्त करीब दो दर्जन से ज्यादा ट्रॉलियां हवा में ही थी। हादसे की जानकारी लगते ही वहां भगदड़ मच गए। किसी तरह कई लोगों को सुरक्षित निकाला गया लेकिन कई लोग अब भी वहीं फंसे हुए हैं। सेना के हेलिकॉप्टर से सभी को निकालने की कोशिश जारी है। हेलिकॉप्टर के पंखे की तेज हवा के कारण रेस्क्यू में परेशानी आ रही है। इस हादसे में दो लोगों के मरने की भी खबर मिल रही है।

ट्रॉलियों में बच्चे, महिलाएं भी
ट्रॉलियों में बच्चे, महिलाएं भी फंसे हैं। सभी को ड्रोन के जरिए खाने का सामान पहुंचाया जा रहा है। सेना के जवान लगातार रेस्क्यू में लगे हैं। कलेक्टर मंजूनाथ भैजंत्री के मुताबिक फिलहाल रोपवे बंद है। घायलों को अस्पताल भेजा गया है। उन्होंने लोगों से अफवाह से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। कुछ लोग अभी भी रोपवे में केबल कारों में फंसे हैं, जिन्हें वहां से सुरक्षित निकाला जा रहा है।

रातभर निगरानी में रहे सांसद, कंपनी पर होगा एक्शन
वहीं, हादसे की खबर के बाद सांसद डॉ. निशिकांत दुबे समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और अधिकारी रातभर घटनास्थल पर ही रुके। सुबह से सेना और ITBP की टीम ने मोर्चा संभाला। बिहार की NDRF टीम भी रेस्क्यू में जुटी है। वहीं राज्य के पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि रोप-वे का संचालन कर रही दामोदर वैली कार्पोरेशन पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। उसे ब्लैक लिस्ट करेंगे। हादसे के हर बिंदु की जांच कराई जाएगी।