हादसे के वक्त 100 km/h की रफ्तार से दौड़ रही थी साइरस मिस्त्री की कार, टक्कर से पहले अनाहिता ने लगाया था ब्रेक

जर्मन कार निर्माता कंपनी मर्सिडीज के अधिकारियों ने बताया है कि हादसे का शिकार होने के समय साइरस मिस्त्री की कार की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। ड्राइव कर रही अनाहिता ने ब्रेक भी लगाया था। 
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 9, 2022 11:36 AM IST / Updated: Sep 10 2022, 10:13 AM IST

मुंबई। 4 सितंबर को टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री और उनके दोस्त जहांगीर पंडोले की कार हादसे में मौत हो गई थी। दोनों मर्सिडीज बेंज कार में सवार थे। कार को विस्तृत जांच के लिए मुंबई स्थित मर्सिडीज के वर्कशॉप में लाया जाएगा। इस बीच कंपनी के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि हादसे के वक्त कार की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी। 

हादसे के बाद मर्सिडीज के अधिकारियों ने पालघर में दुर्घटनास्थल चरोटी पुल जाकर क्षतिग्रस्त कार का इवेंट डेटा रिकॉर्डर लिया था। मर्सिडीज ने गुरुवार को पुलिस को अंतरिम रिपोर्ट दी। इसमें कहा गया है कि मर्सिडीज बेंज कार को करीब 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलाया जा रहा था। कार के सूर्या नदी पर बने पुराने पुल के रेलिंग से टकराने से एक सेकंड पहले यह डाटा रिकॉर्ड हुआ था। इसमें कहा गया कि टक्कर से ठीक पहले अनाहिता ने ब्रेक लगाया था, जिससे टकराते समय कार की रफ्तार 89 किलोमीटर प्रतिघंटा थी।

साइरस मिस्त्री और जहांगीर ने नहीं लगाया था सीट बेल्ट
जांच के बाद पुष्टि हुई थी कि साइरस मिस्त्री और जहांगीर कार की पिछली सीट पर बैठे हुए थे। उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाया था। आगे की सीट पर बैठी अनाहिता और डेरियस ने सीट बेल्ट लगाया था। टक्कर के वक्त एयरबैग्स खुले थे, लेकिन हेड रेस्ट नहीं होने के कारण उन्हें जानलेवा चोट लगी। टक्कर के वक्त पीछे की सीट पर बैठे लोग आगे की ओर उछल गए थे।

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80 km/h के हिसाब से बनी है सड़क
पुलिस सूत्रों ने कहा कि चूंकि कार अब पुलिस की हिरासत में है, इसलिए अगले सप्ताह मलबे को वर्कशॉप में ले जाने से पहले कोर्ट की अनुमति ली जाएगी। पालघर जिला कलेक्टर गोविंद बोडके ने गुरुवार को विभिन्न सरकारी एजेंसियों के साथ सड़क सुरक्षा बैठक बुलाई। गोविंद बोडके ने कहा कि नेशनल हाईवे को 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की अधिकतम रफ्तार के हिसाब से डिजाइन किया गया है। कलेक्टर ने जिले से होकर गुजरने वाले 110 किलोमीटर लंबे राजमार्ग का सुरक्षा ऑडिट कराने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि जिले में एनएच पर नौ ब्लैक स्पॉट हैं। इनमें से प्रत्येक का निरीक्षण किया जाएगा और इसे दूर करने के लिए उपाय किए जाएंगे। जिस जगह मिस्त्री और जहांगीर की मौत हुई वह दुर्घटना स्थल ब्लैक स्पॉट नहीं है।

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