सार

टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की एक कार एक्सीडेंट में मौत ने सड़क निर्माण से जुड़ी कंपनियों को कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। इस बीच मिस्त्री का मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया गया। पढ़िए किसने उठाए प्रोजेक्ट की डिजाइन और क्वालिटी पर सवाल...

मुंबई. टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry died in road accident) की एक कार एक्सीडेंट में मौत एक बड़ा सवाल खड़ा कर गई है। इसने न सिर्फ रोड सेफ्टी को लेकर मुद्दा गर्मा दिया है, बल्कि सड़कों की खराब डिजाइन और क्वालिटी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इस बीच मिस्त्री का मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया गया। अंतिम यात्रा वालकेश्वर वाले सी फेसिंग मेंसन से वर्ली श्मशान पहुंची। साइरस मिस्त्री का अंतिम संस्कार पारसी रीति-रिवाज के हिसाब से हुआ। साइरस मिस्त्री के लिए आयोजित प्रार्थना सभा में गायत्री मंत्र और गोविंद गोपाल के भजन गाए गए। अंतिम संस्कार में आकाश अंबानी, HDFC के चेयरमैन दीपक पारेख, NCP नेता सुप्रिया सुले और कई पारिवारिक मित्र शामिल हुए। हालांकि उनके परिवार ने अंतिम संस्कार की सूचना देते हुए शोक सभा के लिए न आने की अपील की थी। पढ़िए किसने उठाए प्रोजेक्ट की डिजाइन और क्वालिटी पर सवाल...

सड़क बनाने वाली कंपनियों को ट्रेनिंग की जरूरत
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी(Union Minister Nitin Gadkari) ने कुछ रोड एक्सीडेंट्स के लिए दोषपूर्ण परियोजना रिपोर्ट्स(faulty project reports ) को जिम्मेदार ठहराया है। गडकरी ने कहा कि हाईवे और अन्य सड़कों के निर्माण से पहले कंपनियों को प्रॉपर ट्रेनिंग देने की जरूरत है। बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर में 4 सितंबर को दोपहर 3.15 बजे टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry died in road accident) की एक कार एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं, उनमें घटनास्थल पर रोड खराब दिखाई दे रही है। साइड में कीचड़ है। ऐसे में गाड़ी के फिसलने के पूरे चांस होते हैं। कार डिवाइडर से टकराई थी। इससे पीछे की सीट पर बैठे साइरस मिस्त्री और उनके को-पैसेंजर जहांगीर पंडोले दोनों की मौत हो गई थी। उन दोनों ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी।

अगर वो नहीं सुधरेंगे, तो सत्यानाश हो जाएगा
गडकरी ने कहा कि इसकी शुरुआत DPR(Detailed Project Report) से की जानी चाहिए। अगर डीपीआर तैयार करने वाली कंपनियां नहीं सुधरती हैं, तो समस्या फिर से हो जाएगी। अगर वो सुधरेंगे नहीं, तो पूरा तुम्हारा सत्यनाश हो जाएगा। कुछ राज्यों में सड़क निर्माण की खराब गुणवत्ता पर चिंता व्यक्त करते हुए गडकरी ने कहा कि राज्य सरकारें हर साल सड़कों की मरम्मत के लिए 10,000-15,000 करोड़ रुपए खर्च कर रही हैं। हर 2-3 साल में हम सड़कों के रखरखाव पर पैसा खर्च कर रहे हैं। हम अपना पैसा बर्बाद क्यों कर रहे हैं? गडकरी ने कहा कि अनट्रेंड ड्राइवर के हाथ में नई मर्सिडीज कार भी समस्या खड़ी कर सकती है।

पिछले साल 1.55 लाख लोगों की सड़क हादसे में मौत
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो(National Crime Records Bureau) के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में पूरे भारत में सड़क दुर्घटनाओं में 1.55 लाख से अधिक लोगों की जान चली गई।  औसतन रोज 426 लोगों ने जान गंवाई। हर एक घंटे में 18 लोगों की मौत। यह अब तक किसी भी कैलेंडर वर्ष में दर्ज की गई सबसे अधिक मौत का आंकड़ा है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि सरकार नई तकनीकों के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है।

साइरस मिस्त्री कार दुर्घटना: मर्सिडीज टीम ने डेटा एकत्र किया
जर्मन लग्जरी कार निर्माता मर्सिडीज-बेंज की एक टीम ने उद्योगपति साइरस मिस्त्री की रोड एक्सीडेंट में मौत से जुड़ा डेटा एकत्र किया है। इसे आगे के एनालिसि के लिए डिक्रिप्ट(टेक्निकल डेटा का सरलीकरण) किया जाएगा। मंगलवार को कोंकण रेंज के आईजी संजय मोहिते ने बताया कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कार के टायर के प्रेशर, ब्रेक फ्लूड लेवल जैसे अन्य विवरणों की भी जांच की जाएगी।

यह भी पढ़ें
साइरस मिस्त्री की गाड़ी के साथ आखिर हुआ क्या था? तस्वीरों ने उजागर किया एक्सीडेंट स्पॉट का डरावना सच
साइरस मिस्त्री की एक्सीडेंट में मौत: यदि सीट बेल्ट पहने होते, तो बच जाती जान, आनंद महिंद्रा ने खाई ये सौगंध