सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर से जुड़े कई रोचक किस्से आम हैं। लेकिन यह बात शायद कम लोगों को मालूम होगा कि लताजी सस्पेंस-थ्रिल सीरियल 'CID' की दीवानी रही हैं। ऐसा बताते हैं कि इस सीरियल में फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सालुंके का किरदार निभाने वाले नरेंद्र गुप्ता।
मुंबई. टीवी सीरियलों को लेकर सबकी अपनी-अपनी पसंद होती है। लेकिन महिलाओं को लेकर कॉमन बात है कि उन्हें सास-बहू की नोंक-झोक या इमोशनल स्टोरीज वाले सीरियल ज्यादा पसंद आते हैं। लेकिन यह ताज्जुब की बात है कि 'भारत रत्न' लता मंगेशकर को 'CID' सीरियल काफी पसंद रहा है। कई बार तो वे इसका रिपीट टेलिकास्ट तक देखती थीं। उल्लेखनीय है कि 1998 से लगातार 21 साल तक प्रसारित होते रहे 'CID' का सबसे लंबे समय तक चलने वाले सीरियल का रिकॉर्ड है। इस सीरियल में फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सालुंके का किरदार निभाने वाले नरेंद्र गुप्ता ने शेयर कीं लताजी से जुड़ीं कुछ दिलचस्प बातें...
सीरियल बंद होने पर चैनल को कर दिया था फोन...
लताजी से मेरा बहुत पुराना जुड़ाव है। लताजी और उनका पूरा परिवार CID का जबर्दस्त फैन रहा है। चाहे वो आशाजी हों या ऊषाजी, मीनाजी और ह्रदयनाथ मंगेशकर। जब CID बंद हुआ, तो लताजी को अच्छा नहीं लगा। उन्होंने कई बार हम लोगों से, हमारे डायरेक्टर-प्रोड्सूसर बीपी सिंह से इसका कारण पूछा। एक बार तो उन्होंने चैनल तक से फोन करके सीरियल दुबारा शुरू करने को कहा था। इसी सीरियल के कारण हम लोगों का लताजी की फैमिली से व्यक्तिगत जुड़ाव हो गया। हर साल उनके घर में गणेशजी विराजते हैं, तो वे CID की पूरी टीम को बुलाती हैं। वैसे भी वो हम लोगों को कभी भी मिलने के लिए बुलाती रहती हैं। उनका हम लोगों से बड़ा स्नेह है। कभी भी हम उन्हें फोन कर लेते हैं और कभी भी वे। हमें कभी ऐसा लगा ही नहीं कि वे इतनी बड़ी हस्ती हैं। वे बेहद साधारण रहती हैं। लताजी क्या, उनकी पूरी फैमिली बेहद साधारण रहती है। मैं उन्हें 50 साल से सुनता आ रहा हूं। बड़ा ताज्जुब होता है कि वे भारत रत्न हैं, इतना नाम है, लेकिन कभी कोई अभिमान नहीं। यही उन्हें महान बनाता है।
अकसर गिफ्ट भिजवाती रहती हैं
यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं CID का हिस्सा रहा और इस सीरियल के जरिये लताजी से जुड़ा। मैं तो जब-तब लताजी से मिलने जाता रहता हूं। लताजी हम लोगों को कभी भी गिफ्ट भिजवा देती हैं। इस दिवाली उन्होंने मुझे एक घड़ी और शर्ट पहुंचाई। घड़ी पर लताजी का ऑटोग्राफ है। यह गिफ्ट उनके भाई मशहूर संगीतकार ह्रदयनाथ मंगेशकर ने भिजवाया। मैं अपनी खुशी बयां नहीं कर सकता। लताजी एक बेहद उम्दा चित्रकार भी हैं। मैंने कई बार उनसे कहा कि कभी कोई एग्जिबिशन लगवाइए, लेकिन वे मुस्कराकर रह जातीं।
(जैसा कि नरेंद्र गुप्ता ने अमिताभ बुधौलिया को बताया)