महाराष्ट्र के नासिक जिले में शुक्रवार सुबह एक तेज रफ्तार बस के ट्रक से टकरा जाने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। पुलि अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लोगों की मौत पर दुख जताया और हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
मुंबई. महाराष्ट्र के नासिक जिले में शुक्रवार सुबह एक तेज रफ्तार बस के ट्रक से टकरा जाने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। पुलि अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लोगों की मौत पर दुख जताया और हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि ठाणे जिले के अंबरनाथ से शुरू हुई निजी लग्जरी बस अहमदनगर जिले के मंदिरों के शहर शिरडी की ओर जा रही थी। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना मुंबई से करीब 180 किलोमीटर दूर नासिक की सिन्नार तहसील में पठारे शिवर के पास सुबह साढ़े छह बजे हुई। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, मृतकों में सात महिलाएं, दो छोटे लड़के और एक पुरुष शामिल हैं। घायलों को सिन्नर के ग्रामीण अस्पताल और यशवंत अस्पताल ले जाया गया।
अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मुख्यमंत्री शिंदे ने घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। उनके कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि सरकार घायल व्यक्तियों के इलाज का खर्च वहन करेगी। शिंदे ने नासिक के संभागीय आयुक्त से बात की और उन्हें घायलों को इलाज के लिए तुरंत नासिक और शिरडी ले जाने और दुर्घटना के कारणों की जांच करने को कहा।
जानकारी के मुताबिक, 35 के करीब लोग घायल हुए हैं। इन्हें इलाज के लिए नजदीकी साईंबाबा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई लोगों की हालत गंभीर भी बताई जा रही है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के टॉप लेवल के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। हादसे की वजह सामने नहीं आई है। पुलिस ने कहना है कि जांच चल रही है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों की मदद से बस के नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला। हादसा इतना भीषण था कि कइयों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बस में बड़ी संख्या में लोग सवार होकर शिरडी जा रहे थे, तभी नासिक-शिरडी राजमार्ग पर वो ट्रक से टकरा गई। हादसा होते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। पुलिस के आने से पहले स्थानीय लोग मदद के लिए पहुंचे।
pic.twitter.com/RBHq5KV4BP
यह भी पढ़ें
जोशीमठ के आसपास नहीं होगा अब कोई कंस्ट्रक्शन, 'दरारों' से खतरे में आए प्राचीन कस्बे को बचाने संघर्ष जारी
PM मोदी ने खुद उस युवक को माला पहनाने की परमिशन दी थी, सुरक्षा में चूक पर पुलिस ने कही बड़ी बात