महाराष्ट्र में अचानक क्यों उग्र हो गए ट्रांसपोर्ट कर्मचारी, शरद पवार के घर पहुंचे, पत्थर और चप्पलें फेंकी

Published : Apr 08, 2022, 06:09 PM ISTUpdated : Apr 08, 2022, 06:20 PM IST
महाराष्ट्र में अचानक क्यों उग्र हो गए ट्रांसपोर्ट कर्मचारी, शरद पवार के घर पहुंचे, पत्थर और चप्पलें फेंकी

सार

पिछले छह महीने से राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी लगातार हड़ताल-प्रदर्शन कर रहे हैं। बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें 15 अप्रैल तक काम पर लौटने का निर्देश दिया है। अगर इस समय सीमा तक कर्मचारी काम पर नहीं लौटते हैं तो निगम उन पर कड़ी कार्रवाई करेगा।  

मुंबई : एनसीपी (NCP)चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) के घर के बाहर उग्र प्रदर्शन और बवाल की खबर है। जानकारी के मुताबिक मुंबई स्थित उनके सिल्वर ओक अपार्टमेंट के बाहर बड़ी संख्या में स्टेट ट्रांसपोर्ट के कर्मचारी जुटे हैं। जबरदर्शन विरध-प्रदर्शन चल रहा है। खबर मिल रही है कि नारेबाजी करते हुए कर्मचारियों ने पत्थर और चप्पलें भी फेंकी है। इधर कर्मचारियों को रोकने पुलिस ने लाठीचार्ज भी कर दिया है। दूसरी तरफ पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) सभी को हाथ जोड़कर समझाती दिखीं लेकिन कर्मचारियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ।

पुलिस से झड़प
कर्मचारियों का प्रदर्शन उग्र होता देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया गया। इससे कर्मचारी भड़क गए और उनका प्रदर्शन और उग्र हो उठा। पुलिस और कर्मचारियों में झड़प भी हुई है। बता दें कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में पिछले छह महीने से MSRTC के कर्मचारी की हड़ताल और प्रदर्शन चल रहा है। बॉम्बे हाईकोर्ट की तरफ से उन्हें 15 अप्रैल तक अल्टीमेटम भी दिया गया है। अगर इस दौरान वे काम पर नहीं लौटते हैं तो निगम उन पर एक्शन ले सकेगा।

सुप्रिया सुले ने जोड़े हाथ
वहीं, कर्मचारियों के प्रदर्शन के दौरान सांसद सुप्रिया सुले उन्हें समझाती भी दिखीं। उन्होंने हाथ जोड़कर कर्मचारियों से बात की और कहा कि घर पर सदस्य हैं। हम बातचीत को तैयार हैं। अगर कोई नाराजगी है तो उसे दूर करने की कोशिश की जाएगी। कर्मचारी जबरदस्त नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस फोर्स शरद पवार के घर के बाहर डटी हुई है।

क्या है ट्रांसपोर्ट कर्मचारियों की मांग
राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों की मांग है कि निगम का विलय राज्य प्रशासन में किया जाए ताकि उन्हें भी वो सारी सुविधाएं मिल सके जो राज्य सरकार के कर्मचारियों को मिलती हैं। उनकी कई मांगो को मान भी लिया गया है, जिसमें वेतन बढ़ोतरी और समय पर सैलरी जैसी मांग है लेकिन विलय से इनकर कर दिया गया है। जिससे वे नाराज हैं और लंबे समय से मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं।

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