महाराष्ट्र में उद्धव सरकार को छोटे दल व निर्दलीय ही बचा सकते...एकनाथ शिंदे ने कर दी जबर्दस्त सेंधमारी

उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्री एकनाथ शिंदे, राज्य के 21 विधायकों जिसमें पांच मंत्री हैं और एक निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं, को लेकर गुजरात के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं। माना जा रहा है कि वह महाअघाड़ी सरकार को गिराने के लिए पूरी लामबंदी कर चुके हैं।

Dheerendra Gopal | Published : Jun 21, 2022 12:24 PM IST / Updated: Jun 21 2022, 06:01 PM IST

मुंबई। महाराष्ट्र में महाअघाड़ी सरकार के संकट को दूर करने में छोटे दलों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। शिवसेना से बगावत कर कई विधायकों के साथ गुजरात में डेरा डाले निष्कासित मंत्री एकनाथ शिंदे की वजह से राज्य सरकार के संकट को दूर करने में निर्दलीयों व छोटे दलों का रूख सबसे अहम साबित होने जा रहा है। राज्य में छोटे दलों व निर्दलीय विधायकों की संख्या करीब 29 है। हालांकि, यह सभी विधायक पक्ष-विपक्ष दोनों खेमों में बंटे हुए हैं। 

सरकार बचाने के लिए 144 विधायकों की जरूरत

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शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन के कारण 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में एक पद रिक्त है। किसी भी पार्टी या गठबंधन को साधारण बहुमत के साथ सत्ता में रहने के लिए 144 विधायकों की जरूरत होती है। महा विकास अघाड़ी (एमवीए- जिसमें शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस शामिल हैं) सरकार ने 30 नवंबर, 2019 को विधानसभा के पटल पर विश्वास मत जीता था, जिसमें 169 विधायकों ने गठबंधन के पक्ष में मतदान किया था। शिवसेना के पास फिलहाल 55 विधायक हैं, एनसीपी के 53 विधायक हैं और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। भाजपा ने 2019 में 105 सीटें जीती थीं, लेकिन एक उपचुनाव में एनसीपी से पंढरपुर विधानसभा सीट पर कब्जा करने के बाद उसकी संख्या बढ़कर 106 हो गई।

सदन में 13 निर्दलीय विधायक

सदन में 13 निर्दलीय हैं। उनमें से एक - राजेंद्र पाटिल येद्रवकर - शिवसेना कोटे से एमवीए सरकार में मंत्री हैं। इसी तरह, नेवासा से क्रांतिकारी शेतकारी पक्ष के विधायक शंकरराव गडख और प्रहार जनशक्ति पार्टी के बच्चू कडू भी शिवसेना कोटे से मंत्री हैं। प्रहार जनशक्ति पार्टी के सदन में दो विधायक हैं। 13 निर्दलीय उम्मीदवारों में से छह भाजपा के समर्थक हैं, पांच ने शिवसेना का समर्थन किया है, जबकि कांग्रेस और राकांपा को एक-एक निर्दलीय का समर्थन प्राप्त है।

इन छोटे दलों की भी महत्वपूर्ण भूमिका

विनय कोरे (जनसुराज्य शक्ति पार्टी) और रत्नाकर गुट्टे (राष्ट्रीय समाज पक्ष) भी भाजपा के समर्थक हैं। इसके अलावा देवेंद्र भुयार (स्वाभिमानी पक्ष) और श्यामसुंदर शिंदे (पीडब्ल्यूपी) एनसीपी के समर्थक हैं। इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र की छह सीटों के लिए हुए राज्यसभा चुनाव में, एआईएमआईएम और समाजवादी पार्टी ने दो-दो विधायकों ने कांग्रेस का समर्थन किया था। जबकि बहुजन विकास अघाड़ी (बीवीए) के तीन विधायकों ने भाजपा का समर्थन किया था।

21 शिवसेना विधायकों व मंत्रियों के साथ एकनाथ शिंदे गुजरात में

दरअसल, उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्री एकनाथ शिंदे, राज्य के 21 विधायकों जिसमें पांच मंत्री हैं और एक निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं, को लेकर गुजरात के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं। माना जा रहा है कि वह महाअघाड़ी सरकार को गिराने के लिए पूरी लामबंदी कर चुके हैं। उधर, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिंदे को पार्टी से निष्कासित करने के साथ ही मंत्रिमंडल से भी हटा दिया है।

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