50 हजार करोड़ रुपए की लागत से कर्नाटक और महाराष्ट्र में पुणे-बेंगलुरु हाईवे का निर्माण होगा। इसके बन जाने के बाद बेंगलुरु से मुंबई और पुणे की यात्रा 7 घंटे में करना संभव होगा।
पुणे। मुंबई को भारत की आर्थिक राजधानी माना जाता है। वहीं, बेंगलुरु ने इंडिया के सिलिकन वैली के रूप में अपनी पहचान बनाई है। दोनों महानगरों के बीच सड़क मार्ग से यात्रा करना बेहद कठिन काम है। इसमें वक्त भी काफी लगता है। दोनों शहरों के बीच यात्रा करने वालों के लिए अच्छी खबर है। एक नया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है, जिससे मात्र सात घंटे में बेंगलुरु से पुणे और मुंबई पहुंचना संभव होगा।
50 हजार करोड़ होगा खर्च
पुणे-बेंगलुरु हाईवे बनने से बेंगलुरु से पुणे और मुंबई सात घंटे में पहुंचना संभव होगा। इस हाईवे के निर्माण पर करीब 50 हजार करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है। इसकी लंबाई 699 किलोमीटर होगी। हाईवे निर्माण के लिए प्रक्रिया चल रही है। अभी प्रारंभिक सर्वेक्षण चल रहा है। उम्मीद है कि दिसंबर में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो जाएगा। इसके बाद भूमि अधिग्रहण और निर्माण शुरू होगा। 2028 तक एक्सप्रेसवे के बनकर तैयार होने का अनुमान है।
12 जिलों से गुजरेगा एक्सप्रेस
यह एक्सप्रेस वे कर्नाटक के 9 और महाराष्ट्र के 3 जिलों से होकर गुजरेगा। इन जिलों के नाम बेंगलुरु ग्रामीण, बेलागवी, बागलकोट, गडग, कोप्पल, विजयनगर (बल्लारी), दावणगेरे, चित्रदुर्ग, तुमकुरु, पुणे, सतारा और सांगली हैं। एक्सप्रेस का निर्माण पुणे रिंग रोड पर स्थित कांजले से बेंगलुरु के सैटेलाइट रिंग रोड पर स्थित मुथागदहल्ली तक होगा।
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एक्सप्रेस बनने से बेंगलुरु, मुंबई और पुणे को जोड़ने वाले सड़कों पर ट्रैफिक का लोड कम होगा। इससे व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ेंगी। इससे नासिक, सतारा और कोल्हापुर को भी लाभ होगा। यह एक्सप्रेसवे 10 नदियों (नीरा, येराला, चांद नदी, अग्रनी, कृष्णा, घटप्रभा, मालाप्रभा, तुंगभद्रा, चिक्का हागरी और वेदवथ) को पार करेगा।
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