महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा है कि राज्य में अगले महीने होने वाले उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा उनके ग्रुप को जो नाम दिया गया है, उसमें बालासाहेब ठाकरे हैं और वे चुनाव आयोग द्वारा दिए गए 'मशाल' चिन्ह को हर घर में ले जाएंगे।
मुंबई. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा है कि राज्य में अगले महीने होने वाले उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा उनके ग्रुप को जो नाम दिया गया है, उसमें बालासाहेब ठाकरे हैं और वे चुनाव आयोग द्वारा दिए गए 'मशाल' चिन्ह को हर घर में ले जाएंगे। मीडिया से बात करते हुए, आदित्य ठाकरे ने शिवसेना में विभाजन के बाद पद छोड़ने से पहले अपने पिता उद्धव ठाकरे द्वारा मुख्यमंत्री के रूप में किए गए कार्यों की सराहना की।
आदित्य ठाकरे ने कहा- नया प्रतीक, नया नाम 'शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)' - हमें उद्धव बालासाहेब ठाकरे पर बेहद गर्व है। उन्होंने महाराष्ट्र में हजारों लोगों की जान बचाकर मुख्यमंत्री के रूप में काम किया है। हम एक सच्चे ईमानदार सरकार रहे हैं, लोगों के लिए काम कर रहे हैं।" आदित्य ठाकरे ने कहा, "हर कोई जानता है कि उन्होंने कैसे काम किया है। इसमें हिंदूहृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे का भी नाम है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मशाल ऐसी चीज है जिसे हम हर घर में गर्व के साथ ले जाएंगे।"
अंधेरी में होना है उपचुनाव
अंधेरी विधानसभा उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 'शिवसेना' और चुनाव चिह्न 'धनुष बाण' को दो गुटों में घमासान के चलते सीज कर दिया है। उद्धव गुट को चुनाव आयोग ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नाम दिया है। तो वहीं शिंदे गुट को बालासाहेबची शिवसेना नाम आवंटित किया है। चुनाव आयोग ने उद्धव को चुनाव चिन्ह के तौर पर मशाल का निशान आवंटित किया है। उद्धव गुट की ओर से भेजे गए त्रिशूल और गदा के निशान को चुनाव आयोग ने बैन कर दिया है।
उगता सूरज भी चुनाव आयोग की सिंबल लिस्ट में नहीं है। वहीं शिंदे गुट ने भी त्रिशूल, गदा और उगता सूरज के तीन चिन्ह ऑप्शन के तौर पर दिये थे, जिन्हें आयोग ने खारिज कर दिया है और शिंदे गुट से चुनाव चिन्ह के लिए फिर से नये विकल्प देने को कहा है। अब अंधेरी ईस्ट उपचुनाव के लिए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) का सिंबल मशाल होगा।