शिवसेना ठाकरे गुट को मिला नया सिंबल 'मशाल'...जानिए अब क्या होगा नई पार्टी का नाम

शिवसेना ठाकरे गुट को चुनाव आयोग ने नया सिंबल अलॉट कर दिया है। दो दिन पहले आयोग ने शिवसेना के तीर-धनुष सिंबल को सीज कर दिया था। सेना के ठाकरे और शिंदे गुटों ने अलग-अलग दावों में खुद को असली शिवसेना बताते हुए तीर-धनुष की मांग की थी।

Dheerendra Gopal | Published : Oct 10, 2022 2:23 PM IST / Updated: Oct 11 2022, 12:48 AM IST

Shiv Sena Thackeray faction new symbol: शिवसेना ठाकरे गुट को चुनाव आयोग ने नया सिंबल अलॉट कर दिया है। दोनों गुटों को चुनाव आयोग ने नया नाम भी दे दिया है। हालांकि, शिंदे गुट ने अभी चुनाव चिह्न नहीं लिया है, उन्होंने अन्य विकल्पों की भी मांग की है। दो दिन पहले आयोग ने शिवसेना के तीर-धनुष सिंबल को सीज कर दिया था। सेना के ठाकरे और शिंदे गुटों ने अलग-अलग दावों में खुद को असली शिवसेना बताते हुए तीर-धनुष की मांग की थी। लेकिन आयोग ने दोनों गुटों को इस सिंबल के इस्तेमाल पर रोक लगाते हुए उसे सीज कर दिया।

क्या होगा दोनों गुटों का नया नाम?

शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े को अब शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के नाम से जाना जाएगा। उद्धव ठाकरे की पार्टी का नया सिंबल मशाल होगा। चुनाव आयोग ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को बालासाहेबाची शिवसेना (बालासाहेब की शिवसेना) कहा जाएगा। शिंदे धड़े को अभी तक पार्टी का चुनाव चिह्न आवंटित नहीं किया गया है क्योंकि चुनाव आयोग ने पार्टी से और विकल्प देने को कहा है।

चुनाव आयोग के निर्देश के बाद तीन-तीन विकल्प दिया था दोनों गुटों ने

शिवसेना का सिंबल 'तीर-धनुष' चुनाव आयोग द्वारा सीज किए जाने के बाद शिवसेना के दोनों गुटों को चुनाव के लिए नए सिंबल की आवश्यकता को देखते हुए चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों को तीन-तीन विकल्पों को देने का निर्देश दिया था। चुनाव आयोग से उद्धव गुट ने त्रिशुल और उगता सूरज या मशाल में से किसी एक सिंबल की मांग की है। शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े ने अंधेरी पूर्व उप चुनाव में अपने गुट का नाम भी आयोग को सुझाया था। पढ़िए पूरी खबर...

शनिवार को शिवसेना का चुनाव चिह्न हो गया था सील

शिवसेना की लड़ाई चुनाव आयोग में पहुंचने के बाद चुनाव चिह्न को शनिवार को सील कर दिया गया था। दरअसल, उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुटों ने खुद को असली शिवसेना बताते हुए सिंबल और पार्टी के नाम पर दावा किया है। इसी बीच मुंबई अंधेरी पूर्व उप चुनाव के ऐलान के बाद शिंदे गुट ने सिंबल को लेकर एक बार फिर दावा किया। शनिवार को आयोग ने फैसला करते हुए दोनों गुटों पर तीर-धनुष के इस्तेमाल पर रोक लगाते हुए शिवसेना के चुनाव चिह्न को सीज कर दिया था। पढ़िए पूरी खबर...

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