27 साल में हुए 53 ट्रांसफर, सोशल मीडिया पर दिखा IAS अफसर का दर्द

हरियाणा सरकार ने वरिष्ठ IAS अधिकारी अशोक खेमका का ट्रांसफर कर दिया है। 27 साल के करियर में यह खेमका का 53वां ट्रांसफर है। 1991 बैच के अधिकारी अशोक खेमका को अब अभिलेख, पुरात्तव और संग्रहालय विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 27, 2019 3:37 PM IST

नई दिल्ली. हरियाणा सरकार ने वरिष्ठ IAS अधिकारी अशोक खेमका का ट्रांसफर कर दिया है। 27 साल के करियर में यह खेमका का 53वां ट्रांसफर है। 1991 बैच के अधिकारी अशोक खेमका को अब अभिलेख, पुरात्तव और संग्रहालय विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। इससे पहले मार्च के महीने में खेमका को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया था। 

27 साल के करियर में 53वां ट्रांसफर देखकर खेमका का दर्द बाहर आ गया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "फिर तबादला। लौट कर फिर वहीं। कल संविधान दिवस मनाया गया। आज सर्वोच्च न्यायालय के आदेश एवं नियमों को एक बार और तोड़ा गया। कुछ प्रसन्न होंगे। अंतिम ठिकाने जो लगा, ईमानदारी का ईनाम जलालत।"  खेमका के इस ट्वीट के बाद लोगों ने जमकर उनका समर्थन किया और उनकी हौसला आफजाई भी की। कई लोगों ने उन्हें अपना रोल मॉडल बताया। एक यूजर ने लिखा "सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं।"

Latest Videos

बता दें कि अशोक खेमका ने रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े जमीन के घोटाले को उजागर करने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद से लगातार उनका ट्रांसफर किया जा रहा है। खेमका जिस भी विभाग में जाते हैं, वहां घोटाल उजागर कर देते हैं। इस वजह से उन्हें 27 सालों में 53 ट्रांसफर झेलने पड़े हैं। कोलकाता में पैदा हुए खेमका ने IIT खड़कपुर से बीटेक और कंप्यूटर साइंस में PHD की है। 2014 में हुड्डा सरकार ने उनका ट्रांसफर परिवहन विभाग में कर दिया था। इस ट्रांसफर को लेकर खासा विवाद हुआ था और सरकार को आलोचना झेलनी पड़ी थी। 

Share this article
click me!

Latest Videos

बीजेपी ने शेयर किया मुख्यमंत्री आतिशी का कान भरने वाला वीडियो
दिल का दौरा पड़ते ही करें 6 काम, बच जाएगी पेशेंट की जान #Shorts
J&K में अमित शाह ने विपक्ष को धो डाला, कहा- '40 हजार हत्याओं के जिम्मेदार हैं 2 लोग'
'जहर' बन गए कंगना रनौत के ये 5 बयान, इस वजह से बार-बार शर्मिंदा हुई BJP
एक थी महालक्ष्मी! फ्रिज से शुरू हुई कहानी पेड़ पर जाकर हुई खत्म, कागज के पर्चे में मिला 'कबूलनामा'